नई दिल्ली: दुनियाभर में तेजी से फैल रही बीमारियों में फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। अक्सर इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों को लोगों द्वारा अनदेखा कर दिया जाता है, जो कि जानलेवा साबित हो सकता है। हालांकि, समय पर पहचान करने और सही उपचार से इसे रोका जा सकता है। आइए जानते हैं फेफड़ों में कैंसर होने के क्या लक्षण हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
फेफड़ों का कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है और कई बार इसके लक्षण सामने आने तक यह खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है। इसके प्रमुख लक्षणों में लगातार खांसी, खांसी में खून आना, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, अचानक वजन घटना, आवाज में बदलाव, हड्डियों में दर्द और भूख न लगना शामिल हैं। अगर कोई व्यक्ति इन लक्षणों को महसूस कर रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण धूम्रपान है, जिससे 85% से अधिक मामले जुड़े होते हैं। इसके अलावा, वायु प्रदूषण, रेडॉन गैस, जेनेटिक फैक्टर, एस्बेस्टस और अन्य हानिकारक रसायनों के संपर्क में आना भी इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही, खराब जीवनशैली भी फेफड़ों के कैंसर की संभावना को बढ़ा सकती है।
धूम्रपान छोड़ना, संतुलित आहार लेना, व्यायाम करना, प्रदूषण से बचाव, रेडॉन गैस की जांच, मास्क का उपयोग और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण से इस बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है। बता दें, कैंसर की पहचान करने के लिए डॉक्टर सीटी स्कैन, एक्स-रे, बायोप्सी और स्पुटम टेस्ट जैसे मेडिकल परीक्षण करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि समय रहते इस बीमारी का पता चलने पर इसका उपचार संभव है।
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