नई दिल्ली : हर माँ-बाप ये चाहते हैं कि उनका बच्चा भविष्य में कुछ न कुछ अच्छा करें और आगे बढे. लेकिन कई बार जाने अनजाने में हम ऐसी चीज़ें कर बैठते हैं जो हमारे जीवन पर तो नहीं पर हमारे बच्चों के जीवन पर काफी गहरा प्रभाव छोड़ता है. कई बार इन बुरी आदतों से तो बच्चों का भविष्य भी बदल जाता है. आज हम आपको उन्हीं बुरी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं.
आजकल लाखों बच्चे फ़ोन कंप्यूटर और कई तरह के गैजेट्स से घिरे हुए हैं. उनके जीवन में इसका आज ख़ास महत्त्व है.कोरोना काल के बाद से तो पढ़ाई से लेकर नई चीज़ों को सीखने तक सब कुछ फ़ोन से ही होता है लेकिन आपको बच्चों के लिए इसकी लिमिट तय करनी चाहिए. इससे आपके बच्चे के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव नहीं पड़ेंगे. आपको खुद भी उनके सामने अधिक फ़ोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
कई पैरेंट्स अपने बच्चों को छोटी-छोटी बातों पर डांट दिया करते हैं. ऐसा करना बिलकुल भी ठीक नहीं है. आप बच्चों को सीखा रहे हैं कि वह गलतियां नहीं कर सकते हैं. इसके बजाय आप उन्हें अपनी गलतियों से कैसे सीखा जाए ये सिखा सकते हैं. पैरेंट्स को अपने बच्चों पर चीखने चिल्लाने और गुस्से के बजाय प्यार जताना चाहिए. इससे उनपर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है.
आजकल की पीढ़ी अगर किसी बड़ी चुनौती का सामना कर रही है तो वह है धैर्य यानी सब्र की कमी. ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप खुद धैर्यवान रहे ताकि बच्चें आपसे विपरीत परिस्थितियां में परेशान ना होना और घबराना ना सीखें.
कॉम्पटीशन के दौर में ये जरूरी है कि आगे बढ़ने के लिए आप अपने बच्चे को प्रोत्साहित करें. लेकिन अपने बच्चों पर हमेशा ही जीतने का दबाव बनाना बिल्कुल भी सही नहीं है. इससे आपके बच्चें हारना नहीं सीखेंगे और हमेशा एक दबाव में रहेंगे. क्योंकि हारने के बाद कई बार आपको अपनी कमियां भी पता चलती हैं जिसे आप आगे सुधार सकते हैं.
बहुत से मां-बाप अपनी सिरदर्दी और टाइम बचाने के लिए बच्चों के नखरे सहते हैं. लेकिन आप उनके लिए गलत कर रहे हैं. नखरों को कभी भी प्यार से ना तोलें. ऐसे में आपके लाड़ले भावनाओं पर कैसे काबू पाना है ये बात नहीं सीख पते हैं.
अगर आप अपने बच्चों की तुलना किसी और से कर रहे हैं तो ये आपके जीवन और पैरेंटिंग की सबसे बड़ी कमी है. इससे बच्चों में आत्मविश्वास की कमी और अनोखा हुनर खोने का डर हमेशा रहता है.
राजू श्रीवास्तव की हालत गंभीर! डॉक्टर्स ने दे दिया जवाब, बस दुआओं का सहारा
112 के कंट्रोल रूम पर हर साल हजारों फेक कॉल्स आती हैं। पिछले एक साल…
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस को जमकर लताड़ लगाई है। टीएमसी नेता…
बेकाबू भीड़ के कारण आयोजकों को मजबूर उठाना पड़ सख्त कदम....
आज 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के शेड्यूल का एलान होगा. यह पहले ही साफ हो चुका…
बेंगलुरू पुलिस ने इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और सास…
1971 के मुक्ति संग्राम का हिस्सा रहे आठ भारतीय सैनिक भारत और बांग्लादेश में विजय…