नई दिल्लीः सिरदर्द होना मतलब पूरी रूटीन का खराब होना। जिस दिन सिर भारी हो जाए उस दिन कुछ भी अच्छा नहीं लगता। ऐसे में अक्सर कुछ लोग खुद से ही पेन किलर लेकर दर्द का इलाज कर लेते हैं। वहीं, कुछ लोग तेल या बाम लगा कर मालिश करते हैं, लेकिन सिरदर्द किस प्रकार […]
नई दिल्लीः सिरदर्द होना मतलब पूरी रूटीन का खराब होना। जिस दिन सिर भारी हो जाए उस दिन कुछ भी अच्छा नहीं लगता। ऐसे में अक्सर कुछ लोग खुद से ही पेन किलर लेकर दर्द का इलाज कर लेते हैं। वहीं, कुछ लोग तेल या बाम लगा कर मालिश करते हैं, लेकिन सिरदर्द किस प्रकार का है, उसके हिसाब से उसका इलाज हो तो अधिक बेहतर हटा है। क्योंकि सभी सिरदर्द एक जैसे नहीं होते हैं। कुछ दर्द पूरे सिर में होते हैं, तो कुछ आधे सिर में होते हैं। ऐसे में यह जानना बहुत आवश्यक है कि आपको किस तरीके का सिर दर्द है. जानें सिरदर्द के अलग – अलग प्रकार।
बता दें इसमें साइनस के आसपास दर्द महसूस होगा, आंखों और माथे के आसपास दबाव महसूस होता है। सिर झुकाने पर या मोड़ने पर दर्द बढ़ने लगता है।
किसी बात का तनाव लेने पर होने वाले सिरदर्द में पूरा सिर लगातार भारी होने लगता है। खास तौर से सामने माथे पर सिर के दोनों तरफ एक लंबे बैंड में एक जैसा बने रहने वाला दर्द होना शुरू हो जाता है। इसमें उल्टी या मितली नहीं होती है।
माइग्रेन एक तरीके का थ्रॉबिंग दर्द होता है, जिसमें सिर के एक तरफ हल्के धमकते हुए दर्द से शुरुआत होती है और यह धमक लगातार बढ़ती जाती है। इसमें उल्टी और मितली जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं। लाइट देख कर या शोर सुन कर ये दर्द और भी बढ़ने लगता है। किसी शारीरिक गतिविधि से भी यह दर्द बढ़ जाता है। यह कुछ घंटों से लेकर कुछ दिन तक हो सकता है।
यह दर्द क्लस्टर में होता है, जिसका मतलब है कि अक्सर सिर के एक तरफ क्लस्टर या ग्रुप में असहनीय दर्द होना शुरू हो जाता है। इसके अटैक बिना किसी वार्निंग के अचानक से आते है और तेज चुभने जैसा दर्द होने लगता है। इस दर्द सिर के साथ आंखों के आसपास भी दर्द होता है। स्मोकिंग या एक्सरसाइज से ये दर्द पर भी बढ़ जाता है।
नाक, चीकबोन के आसपास, माथे पर और कान के ऊपर होने वाला एक हल्का दर्द जो लगातार होता रहता है, एलर्जी हेडएक हो सकता है। यह पॉलेन एलर्जी या धूल से एलर्जी की वजह से हो सकता है।
यह भी पढ़ें- http://Passion Fruit Benefits: आज से ही कृष्ण फल को शामिल करें अपने खानपान में, जानें क्या हैं फायदे