नई दिल्ली: जीवन है तो उथल-पुथल भी है। कभी व्यक्ति खुश रहता है तो कभी तनाव में रहता है। तनाव यानी डिप्रेशन हर किसी की जिंदगी में कभी न कभी आता ही है। लेकिन कई बार आपने देखा होगा कि कुछ लोग तनाव में होने के बाद भी मुस्कुराते रहते हैं। उन्हें देखकर ऐसा लगता […]
नई दिल्ली: जीवन है तो उथल-पुथल भी है। कभी व्यक्ति खुश रहता है तो कभी तनाव में रहता है। तनाव यानी डिप्रेशन हर किसी की जिंदगी में कभी न कभी आता ही है। लेकिन कई बार आपने देखा होगा कि कुछ लोग तनाव में होने के बाद भी मुस्कुराते रहते हैं।
उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि वे तनाव के शिकार नहीं बल्कि बेहद खुश हैं। लेकिन बाहर से खुश दिखने वाले ये लोग दरअसल दूसरे तरह के डिप्रेशन के शिकार होते हैं। तनाव के दौरान मुस्कुराने वाले लोग स्माइलिंग डिप्रेशन के शिकार होते हैं। स्माइलिंग डिप्रेशन एक तरह का डिप्रेशन है जिसे शायद ही पहचाना जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि स्माइलिंग डिप्रेशन की पहचान करने के लिए किसी टेस्ट की जरूरत नहीं होती। इसका पता व्यक्ति के व्यवहार से चलता है। डिप्रेशन से पीड़ित लोगों के व्यवहार में दिखने वाले लक्षणों के आधार पर स्माइलिंग डिप्रेशन की पहचान की जाती है। ऐसे लोग हंसकर और मुस्कुराकर अपने डिप्रेशन को छिपाने की कोशिश करते हैं। अगर ऐसा व्यक्ति डिप्रेशन से पीड़ित है तो वह अपने हाव-भाव और हंसी से इसे छिपाने की पूरी कोशिश करता है और हर समय मुस्कुराता रहता है।
ऐसे लोग ऊपर से भले ही खुश दिखें, लेकिन वे गहरी उदासी और निराशा से ग्रस्त होते हैं। स्माइलिंग डिप्रेशन से पीड़ित मरीज को नींद कम आती है और हर समय थकान महसूस होती है। ऐसे लोगों की अपने शौक में रुचि खत्म हो जाती है और वे किसी भी चीज पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते।
आपको बता दें कि अगर समय रहते स्माइलिंग डिप्रेशन का पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है। स्माइलिंग डिप्रेशन में मरीज को कॉग्निटिव बिहेवियरल ट्रीटमेंट (CBT) के जरिए ठीक किया जा सकता है। इस इलाज में मरीज के विचारों, व्यवहार और पैटर्न की पहचान करके उन्हें बदलने की कोशिश की जाती है।
तनाव कम करने वाली दवाइयों के सेवन से भी तनाव को कम किया जा सकता है। स्माइलिंग डिप्रेशन को जीवनशैली में बदलाव, परामर्श और परिवार और सहायता समूह की मदद से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि मरीज खुद ठीक होने की कोशिश कर रहा हो, ऐसे में इस डिप्रेशन से जल्द ही उबरा जा सकता है।
डिस्क्लेमर: खबर में दी गई कुछ जानकारियां मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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