नई दिल्ली: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में एंग्जाइटी (Anxiety) एक आम समस्या बन गई है। यह धीरे-धीरे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और व्यक्ति को बेचैनी, घबराहट और तनाव से जूझने पर मजबूर कर देती है। एंग्जाइटी का समय पर समाधान न किया जाए तो यह डिप्रेशन और अन्य मानसिक बीमारियों का कारण बन सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसे संभालना मुश्किल नहीं है। यहां 5 तरीके बताए गए हैं, जो एंग्जाइटी को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
एंग्जाइटी के दौरान गहरी सांस लेने से तुरंत राहत मिलती है। 4-7-8 तकनीक अपनाएं – 4 सेकंड तक सांस लें, 7 सेकंड तक रोकें और 8 सेकंड में छोड़ें। यह दिमाग को शांत करता है।
नियमित व्यायाम, खासकर योग और मेडिटेशन, एंग्जाइटी को कम करता है। रोज़ाना 20-30 मिनट का व्यायाम तनाव हार्मोन को कम करता है और मूड को बेहतर बनाता है।
जंक फूड और कैफीन से बचें। ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम और विटामिन बी युक्त आहार एंग्जाइटी के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं।
परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। अपने मन की बात साझा करें। इससे अकेलेपन की भावना कम होती है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
यदि एंग्जाइटी बढ़ती जा रही है, तो मनोचिकित्सक या काउंसलर से संपर्क करें। थेरेपी और काउंसलिंग इसके प्रभाव को कम करने में बेहद मददगार होती है।
एंग्जाइटी को अनदेखा न करें। यह आपकी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को नुकसान पहुंचा सकती है। ऊपर बताए गए सरल तरीकों को अपनाकर आप इसे नियंत्रित कर सकते हैं। ज़रूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की मदद लें।
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