World Cancer Day:अगरबत्ती का प्रयोग पूजा पाठ में किया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि अगरबत्ती के धुंए से मन को शंति मिलती है साथ ही घर का वातावरण काफी खुशनुमा रहता है. जिस धुंए से मन को शांति मिलती है दरअसल वह धुंआ सिगरेट के धुंए से भी ज्यादा खतरनाक है. ऐसा हम नहीं स्टडी कहती है.
नई दिल्ली. अगरबत्ती का इस्तेमाल पूजा पाठ में अधिक किया जाता है. ऐसा माना जाता है अगरबत्ती से निकलने वाला धुआं भगवान तक पहुचता है. इस धुंए के जरिए ही हमारा और भगवान का संवाद होता है. घरों में अगरबत्ती का जलना काफी शुभ माना जाता है.ऐसा कहा जाता है कि अगरबत्ती के धुंए के कारण घर में खुशनुमा माहौल बना रहता है साथ ही यह मन को शंति मिलती है. लेकिन अगरबत्ती का धुआं सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है. स्टडी के मुताबिक अगरबत्ती का धुआं सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक है अगरबत्ती का धुआं सिगरेट के धुंए से भी ज्यादा खतरनाक है. स्टडी में बताया गया है कि जलती हुई अगरबत्ती से निकलने वाले धुंए में बारीक कण होते है जो हवा में घुल मिल जाते है, जो कि हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते है.
स्टडी के अनुसार अगरबत्ती के धंए में कई तरह के विषैले तत्व पाए जाते है जिससे कैंसर होने का खतरा रहता है. धुंए में पाए जाने वाला म्युटाजेनिक, जीनोटॉक्सिक और साइटोटॉक्सिक फेफड़े के लिए नुकसान दायक होता है. अगरबत्ती से निकलने वालें धुंए को जब हम सांस के साथ अंदर लेते है जो यह हमारे फेफड़ों तक पहुचंकर फेफड़ो काफी नुकसान पहुंचाते है. इस धुंए के कारण कई बार फेफड़ो में रिएक्शन उत्पन्न करते है जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत आती है. कई बार गले में धुंए के कारण जलन भी होती है. इसका सबसे बड़ा कारण है अगरबत्ती में सुंगध के लिए केमिकल का प्रोयग किया जाता है यही केमिकल धुंए के जरिए हमारे फेफड़े तक पहुच जाते है. जो हमारी सेहत को बहुत ही नुकसान पहुंचाते है.
ये भी पढ़े
एक जैसी ड्रेस पहनकर हो गए हैं बोर तो इन लॉन्ग, मिनी और मिडी स्कर्ट से खुद को दें स्टाइलिश लुक
रोज सुबह खाली पेट पपीता खाने से होंगे ये लाभ
https://www.youtube.com/watch?v=7Y0MDY28bw8