नई दिल्ली, हेल्दी डाइट देने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बहुत ही तेज़ी से होता है. पौष्टिक भोजन मस्तिष्क को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं और बच्चे के सीखने, याद रखने, ध्यान रखने की अवधि और व्यवहार को बढ़ाने में मदद करते हैं. एक बच्चे के संपूर्ण और स्वस्थ आहार में खनिज, […]
नई दिल्ली, हेल्दी डाइट देने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बहुत ही तेज़ी से होता है. पौष्टिक भोजन मस्तिष्क को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं और बच्चे के सीखने, याद रखने, ध्यान रखने की अवधि और व्यवहार को बढ़ाने में मदद करते हैं. एक बच्चे के संपूर्ण और स्वस्थ आहार में खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट शामिल होते हैं, जो मस्तिष्क को पोषण प्रदान करते हैं और इसे तनाव या चिंता से बचाते हैं इसलिए, माता-पिता को अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए स्वच्छ और हेल्दी डाइट देनी चाहिए. आइए आपको कुछ ऐसे चीज़ों के बारे में बताते हैं जो मानसिक विकास के लिए ज़रूरी है
प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर, अंडे में बच्चों की एकाग्रता और ध्यान अवधि में सुधार करने की शक्ति होती है, माना जाता है कि अंडे की जर्दी मस्तिष्क के कामकाज में सुधार करती है. खुशी के हार्मोन ‘सेरोटोनिन’ के निर्माण में भी अंडे मदद करते हैं, जो एक बच्चे को पूरे दिन खुश रखता है.
मछली में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा -3 वसा, आयोडीन और जिंक होता है, जो मस्तिष्क के लिए बहुत ज्यादा ज़रूरी होता है. मछली दिमाग में ग्रे मैटर को तेज करती है और उम्र के कारण दिमाग को खराब होने से भी बचाती है, वहीं कई स्टडीज में ये साबित हुआ है कि मछली खाने वालों में ग्रे मैटर अधिक होता है जिससे बच्चे का मूड नियंत्रित होता है और उसकी याददाश्त में भी सुधार होता है. जो बच्चे हर हफ्ते मछली खाते हैं, उनके उदास होने की संभावना बहुत कम होती है.
जामुन में एंथोसायनिन नामक यौगिक होते हैं, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. जामुन का सेवन मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है और सूजन-रोधी होता है, साथ ही तंत्रिका कोशिकाओं के उत्पादन में भी मदद करता है. जामुन का सेवन बच्चों के मानसिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है.
प्रोटीन से भरपूर मीठी दही दिमाग की सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है, दही में आयोडीन होता है जो मस्तिष्क के प्रभावी ढंग से कार्य करने में सहायक होता है. दही प्रोटीन, जिंक, बी 12 और सेलेनियम से भी भरा होता है, जो मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत ही ज़रूरी पोषक तत्व है. इसलिए अपने बच्चे को नाश्ते के लिए फलों और नट्स के साथ सादा दही ज़रूर दे.
संतरा विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो स्वस्थ मस्तिष्क के लिए ज़रूरी है. संतरे के सेवन से बच्चों में बेहतर प्रदर्शन, ध्यान केंद्रित करने में सुधार, पहचान, प्रतिधारण शक्ति, और एकाग्रता जैसे लाभ होते हैं और वे अच्छे निर्णय लेने वाले भी होते हैं, संतरा बच्चे के स्किल्स को भी निखारने में सहायक होता है.
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