नई दिल्ली. छठ के चौथे और आखिरी दिन बुधवार को आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के घर में उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया. लालू यादव, तेजस्वी, तेज प्रताप समेत परिवार के सभी सदस्य छठ के प्रसाद को कुंड तक लाए. राबड़ी देवी ने कुंड को पानी में उतारकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया.
बिहार के साथ-साथ देश के अन्य भागों में भी छठ पर्व मनाया गया है. यह सूरज भगवान की उपासना का पर्व है. छठ पर्व दिवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है. इस पर्व में जो भी सूरज भगवान की उपासना करते हैं. वे 36 घंटे का उपवास रखकर, गेंहू, दूध, गन्ना, केला और नारियल चढ़ा कर उनकी पूजा करते हैं.
चार दिन तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है. अगले दिन खरना और इसके बाद व्रती दो दिन तक पानी भी नहीं पीते हैं. खरना के अगले दिन डूबते हुए सूरज को महिलाएं व पुरुष नदी, तालाब के घाट पर पहुंचकर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हैं, उनकी पूजा करते हैं.
चौथे दिन उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर छठ माता की पूजा व आराधना करते हैं. 48 घंटे तक चलने वाले इस निर्जला व्रत में महिलाएं, पति की दीर्घायु होने की कामना करती हैं. साथ ही अपने बच्चे के सुख शांति के लिए सूर्य भगवान से आराधना करती हैं