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अमेरिका के डॉक्टरों ने 3डी प्रिंटिंग से बचाई नवजात की जान

अमेरिका के डॉक्टरों ने एक नवजात बच्चे की जान बचाने के लिए 3डी प्रिंटिंग का सहरा लिया. इसके जरिए उन्होंने 3डी प्रिंटिंग से तैयार किए गए सिर के मॉडल की मदद से उसकी जान बचाने में कामयाबी हासिल की.

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  • October 19, 2015 7:54 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
न्यूयार्क. अमेरिका के डॉक्टरों ने एक नवजात बच्चे की जान बचाने के लिए 3डी प्रिंटिंग का सहरा लिया. इसके जरिए उन्होंने 3डी प्रिंटिंग से तैयार किए गए सिर के मॉडल की मदद से उसकी जान बचाने में कामयाबी हासिल की. 
 
आपको बता दें कि मेगन थॉम्पसन 30 सप्ताह से गर्भवती थीं. अल्ट्रासाउंड के जरिए पता चला कि उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के चेहरे पर अखरोट के आकार का एक मांसपिंड है. इसके कारण जन्म के बाद बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. इसके बाद थॉम्पसन को मिशिगन विश्वविद्यालय के सी. एस. मॉट बाल हॉस्पिटल जाने को कहा गया.
 
सी. एस. मॉट हॉस्पिटल के डॉक्टर ग्लेन ग्रीन ने बताया कि हमारे पास एमआरआई से भ्रूण की तस्वीर से यह पता नहीं चल पा रहा था कि जन्म के बाद क्या मांसपिंड से बच्चे को सांस लेने में परेशानी होगी या नहीं.  हमने 3डी प्रिंटिंर की मदद से भ्रूण का चेहरा तैयार करने में सफलता पाई. इसके जरिए हम यह जानने में सफल रहे कि सुरक्षित तरीके से बच्चे का जन्म कैसे करवाया जाए. यह ऐसा पहला मामला है जिसमें 3डी प्रिंटिंग से मदद मिली. इसके जरिए तैयार मॉडल के जरिए डॉक्टरों को यह समझने में मदद मिली कि बच्चे के जन्म के लिए एक्स यूटेरो इंट्रापार्टम ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है.
 
थॉम्पसन ने बच्चे को जन्म देने के बाद कहा कि ‘जब मुझे पता चला कि जन्म के बाद मेरे बच्चे को सांस लेने में समस्या हो सकती है तब मैं बहुत डर गई थी. लेकिन जन्म के बाद जब उसने रोना शुरू किया तो मेरे लिए वह भावुक करने वाला अनुभव था. मुझे समझ में आ गया था कि वह बिल्कुल ठीक है.
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