लंदन. नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित ‘ह्यूमैनिटेरियन’ पुरस्कार से नवाजा गया. बाल अधिकारों की रक्षा में उनके योगदान पर यह पुरस्कार पाने वाले वह पहले भारतीय हैं.
पुरस्कार को लेते हुए सत्यार्थी ने कहा, ‘मैं उन लाखों वंचित बच्चों की ओर से दिल से यह पुरस्कार स्वीकार करता हूं जिनके अधिकारों की रक्षा के लिए हम प्रयास कर रहे हैं. आओ, हम सब मिलकर विश्व से बाल दासता को खत्म करने की कसम खाएं.’ हाल के दिनों में सत्यार्थी ने संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्यों में बाल सुरक्षा और कल्याण संबधी प्रावधानों को शामिल कराने में अहम सफलता हासिल की है.
बता दें कि इन प्रावधानों में दासता, तस्करी, बाल श्रम और हिंसा के खात्में पर जोर दिया जाता है.
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