उत्तर अमेरिका के एक गांव में किशोरावस्था में बच्चियां बन जाती हैं लड़का

लंदन, किशोरावस्था में लड़कों की आवाज का भारी होना और मूड का बात-बात पर बदलना तो सभी जानते हैं. लेकिन, लड़कों में लिंग का विकसित होना नहीं सुना होगा. उत्तर अमेरिका के डोमिनिकन गणराज्य के सालिनास नाम के गांव में ऐसा ही कुछ हो रहा है.    आपको बता दें यहां किशोरावस्था में पहुंचने के […]

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उत्तर अमेरिका के एक गांव में किशोरावस्था में बच्चियां बन जाती हैं लड़का

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  • September 22, 2015 4:23 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
लंदन, किशोरावस्था में लड़कों की आवाज का भारी होना और मूड का बात-बात पर बदलना तो सभी जानते हैं. लेकिन, लड़कों में लिंग का विकसित होना नहीं सुना होगा. उत्तर अमेरिका के डोमिनिकन गणराज्य के सालिनास नाम के गांव में ऐसा ही कुछ हो रहा है. 
 
आपको बता दें यहां किशोरावस्था में पहुंचने के बाद लड़कों में लिंग विकसित होता है. बीबीसी की विज्ञान श्रृंखला‘काउंटडाउन टू लाइफ-द एक्स्ट्राआर्डनरी मेकिंग ऑफ यू’में सालिनास के बच्चों की कहानी दिखाई गई है.
 
‘टेलीग्राफ डॉट को डॉट यूके’के मुताबिक सालिनास में 90 में से किसी एक बच्चे में यह दुर्लभ जेनेटिक प्रॅाब्लम सामने आती है. इस गांव में ऐसे बच्चों को ‘गुएवेडोसेस’कहा जाता है जिसका मतलब है 12 की उम्र में लिंग का विकसित होना.
 
इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस जेनेटिक प्रॅाब्लम की वजह एक एनजाइम का न होना है. इस वजह से गर्भाशय में पुरुष सेक्स हारमोन-डिहाइड्रो टेस्टोसटेरोन नहीं बनता है. इसी वजह से ऐसे बच्चों के पास पैदा होने के वक्त अंडकोष नहीं होता और लगता है जैसे उनके शरीर में योनि है. 
 
लेकिन, 12 साल की उम्र में टेस्टोस्टेरोन का उबाल जैसा आता है और पुरुष जननांग उभर कर सामने आने लगते हैं. तो, जो बात मां के गर्भ में होनी चाहिए वह 12 साल बाद होती है. फिर इन लड़कों की आवाज भारी होने लगती है और अंत में उन्हें एक सामान्य लिंग की प्राप्ति हो जाती है.

 

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