लंदन. एक अध्ययन में सामने आया है कि बड़े बर्तन, बड़ी खुराक और बड़े पैकेट के कारण आम तौर पर लोग अपनी जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं. कैंब्रिज विश्वविद्यालय की तरफ से कराए गए इस अध्ययन में कहा गया है कि यदि परोसे जाने वाले भोज्य पदार्थो की मात्रा कम रखी जाए, तो एक […]
लंदन. एक अध्ययन में सामने आया है कि बड़े बर्तन, बड़ी खुराक और बड़े पैकेट के कारण आम तौर पर लोग अपनी जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं. कैंब्रिज विश्वविद्यालय की तरफ से कराए गए इस अध्ययन में कहा गया है कि यदि परोसे जाने वाले भोज्य पदार्थो की मात्रा कम रखी जाए, तो एक वयस्क की ऊर्जा खपत 16 फीसदी (करीब 279 किलोकैलोरी रोजाना) से 29 फीसदी (करीब 527 किलोकैलोरी रोजाना) तक घट सकती है.
ज्यादा खाने से हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा बढ़ता है और इसके कारण लोगों का स्वास्थ्य कमजोर रहता है. उनकी उम्र भी घट जाती है. विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक भोजन परोसे जाने से रोकने के लिए यदि भोजन या पेय पदार्थ के बर्तन का आकार छोटा रखा जाए, उनकी उपलब्धता कम की जाए या दुकानों/घरों/रेस्तराओं में उसका आकर्षण कम किया जाए, तो कई लोगों को सीमा से अधिक खा लेने से रोका जा सकता है.’