सैल्यूट: हैं विकलांग लेकिन करते हैं तिरंगे का सम्मान

नासिक.  स्वतंत्रता दिवस के दिन देश-प्रेम की भावना के चलते लाखों लोग झंडे खरीदते हैं, लेकिन ऐतिहासिक दिनों के ठीक अगले दिन हजारों झंडे सड़कों, फुटपाथ और कूड़े में पड़े दिखते हैं. इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं होता.    लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो विकलांग होने के बावजूद इन झंडों को इकट्ठा […]

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सैल्यूट: हैं विकलांग लेकिन करते हैं तिरंगे का सम्मान

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  • August 16, 2015 4:13 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नासिक.  स्वतंत्रता दिवस के दिन देश-प्रेम की भावना के चलते लाखों लोग झंडे खरीदते हैं, लेकिन ऐतिहासिक दिनों के ठीक अगले दिन हजारों झंडे सड़कों, फुटपाथ और कूड़े में पड़े दिखते हैं. इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं होता. 
 
लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो विकलांग होने के बावजूद इन झंडों को इकट्ठा करने में जुट जाता है. नासिक के सचिन साल्वे विकलांग हैं, लेकिन नासिक में सड़कों पर गुजरती कारों से फेंके गए तिरंगे के मिनिचर इकट्ठे करते हैं.
 
जज्बे के आगे विकलांगता ने भी मानी हार
सचिन अपनी ट्रायसाइकल से शहर की सड़कों पर घूमते हैं और जहां भी उन्हें तिरंगा पड़ा मिलता है, वह उठा लेते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक सचिन ने बताया कि वह पिछले कई सालों से ऐसा कर रहे हैं. सिर्फ 15 अगस्त ही नहीं, 26 जनवरी के अगले दिन भी सचिन साल्वे तिरंगे उठाने को मुस्तैद मिलते हैं. 

 

 

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