नई दिल्ली. कल यानी कि 21 सितंबर को वर्ल्ड अल्जाइमर डे है. दरअसल, अल्जाइमर एक तरह की भूलने की बीमारी है. इस बीमारी में व्यक्ति की याद रखने की क्षमता कमजोर हो जाती है. विशेषज्ञों का कहना है कि मांस खाने से इंसान की यादाश्त जा सकती है.
अल्जाइमर को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि जिस इंसान को ये बीमारी होती है वो जल्दी कोई निर्णय नहीं ले पाता है और उसे बातचीत भी में काफी परेशानी होती है. डॉक्टरों के मुताबिक, अल्जाइमर डिमेंशिया दुनियाभर में विकराल रूप ले रहा है.
एम्स के न्यूरोलोजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर डॉ मंजरी त्रिपाठी का कहना है कि मांस खाना से इंसान की याददाश्त जा सकती है. खासकर रेड मीट खाने से इंसान के डिमेंशिया के शिकार होने का खतरा ज्यादा होता है.
इनका ये भी कहना है कि अगर आप दो भाषाओं को सीखते हैं या नई चीजों को सीखते हैं तो आपको ये बीमारी आपको ज्यादा परेशान नहीं करेगी.
डॉक्टरों का कहना है कि साल 2030 तक देश में इसके मरीजों की संख्या में करीब तीन गुना इजाफा होगा और ये संख्या 12 मिलियन हो जाएगी. बता दें कि इस बीमारी का नाम अलोइस अल्जाइमर के नाम पर रखा गया है, क्योंकि इसी शख्स ने सबसे पहले इस बीमारी का पता लगाया था.