संक्रामक रोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और ये न केवल इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं, बल्कि कई गंभीर समस्याएं भी पैदा कर सकते हैं।
नई दिल्ली: संक्रामक रोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और ये न केवल इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं, बल्कि कई गंभीर समस्याएं भी पैदा कर सकते हैं। इनमें दिमाग की सूजन, सिरदर्द, गर्दन में अकड़न, मानसिक भ्रम, डर, और मतली शामिल हैं। आज हम आपको पांच ऐसे वायरस के बारे में बताएंगे जो सीधे दिमाग को प्रभावित करते हैं। इनसे बचाव करना बेहद जरूरी है।
कोविड-19 के मामले भले ही कम हो गए हों, लेकिन इसके लॉन्ग टर्म इफेक्ट्स गंभीर हो सकते हैं। रिसर्च में यह साबित हुआ है कि कोविड से लोगों की ब्रेन पावर में कमी आई है। इससे मेमोरी लॉस, डिमेंशिया, और डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
रेबीज वायरस दिमाग के लिए बहुत घातक है। एक बार जब लक्षण दिखने लगते हैं, तो संक्रमण लगभग हमेशा घातक होता है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और इसके लक्षणों में दिमाग की सूजन, भ्रम, बेचैनी, और पानी का डर (हाइड्रोफोबिया) शामिल हैं।
HSV-1 हर्पीज़ एन्सेफलाइटिस का कारण बन सकता है, जिससे दिमाग में सूजन होती है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, भ्रम, और दौरे शामिल हैं। अगर इसका इलाज न किया गया, तो यह गंभीर न्यूरोलॉजिकल डैमेज या मौत का कारण बन सकता है।
JEV एक मच्छर से फैलने वाला वायरस है जो दिमाग की सूजन (एन्सेफलाइटिस) का कारण बनता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, भटकाव, दौरे, और कोमा शामिल हैं। इसकी मृत्यु दर बहुत ज्यादा है, और इससे बचने वाले लोग अक्सर न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से ग्रसित होते हैं।
वेस्ट नाइल वायरस भी मच्छरों से फैलता है। यह इंसेफेलाइटिस या मेनिन्जाइटिस का कारण बन सकता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, गर्दन में अकड़न, भटकाव, कंपन, ऐंठन, और लकवा शामिल हैं।
इन वायरस से बचना बहुत जरूरी है। नियमित स्वास्थ्य जांच, सफाई, और मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाना आवश्यक है। अपनी सेहत का ध्यान रखें और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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