नई दिल्ली: अपनी नौकरी से शिकायत होना तो आम बात है, हम सब भी कभी न कभी अपनी रोज की 9 टू 5 जॉब से बेहद परेशान हो जाते हैं और परेशानी भी इस कदर की कई बार तो मन करता है कि सब छोड़-छाड कर घर चले जाए क्यूंकि जॉब चीज ही कुछ ऐसी है.
आपको बता दें, करीब 75 फिसदी कर्मचारी अपने ऑफिस टाइमिंग के दौरान कार्य में रुची नही लेते हैं, यह हम नहीं कह रहे बल्कि अमेरिका में हुए एक अध्ययन में यह देखा गया है कि 35 की उम्र के बाद ब्रिटिश वर्कर्स में अपने कार्य के प्रति रुची बेहद कम हो जाती हैं.
ह्यूमन रिसोर्स फर्म रॉबर्ट हाफ यूके द्वारा 2000 लोगों पर कराए गए इस सर्वे में यह साफ हुआ है कि कई ब्रिटिश वर्कर्स जॉब में खुशी महसूस नहीं करते हैं. वहीं 55 साल से ज्यादा उमर के लगभग 33 फिसदी लोगों को यह महसूस होता है कि उनके काम को सराहा नहीं जाता और 16 फिसदी का तो यह भी कहना था कि ऑफिस में उनके कोई फ्रेंड नही हैं.
दरअसल स्टडी के मुताबिक 35 की उम्र के बाद वर्कर्स को लगने लगता है कि कंपनी में उन्हें उस टाइप से इज्जत नहीं मिल रहा जितना उनका हक बनता है.
ऐसी दिक्कत सबसे जादा हाई रैंकिंग वाले अफसरों में देखने को मिलती हैं क्योकि उन्हें मेहसूस होता है कि वो अपने करियर को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं या ग्रोथ नहीं कर पा रहे हैं.