नई दिल्ली: स्वाइन फ्लू धीरे-धीरे पूरे देश में अपने पैर पसार रहा है. इस खतरनाक बीमारी से अबतक कई लोगों की जान भी जा चुकी हैं. बॉलीवुड हस्तियों से लेकर केंद्रीय मंत्री तक स्वाइन फ्लू की चपेट में हैं.
क्या है स्वाइन फ्लू?
इन्फ्लुएंजा ए को स्वाइन फ्लू कहा जाता है. स्वाइन फ्लू वायरस सूअरों के श्वसन तंत्र से निकलता है. इस वायरस में तेजी से फैलने की क्षमता होती हैं जिससे यह आसानी से लोगों में फैल जाता है. हवा के द्वारा ये वायरस लोगों को भी संक्रमित कर देता है.
पिछले साल 265 लोगों की जान ले चुका है स्वाइन फ्लू
2017 के पहली छमाही में इन्फ्लुएंजा ‘ए’ यानि एच1 एन1 की वजह से हुई मृत्यु और संक्रमण की संख्या में तेजी आई है, स्वाइन फ्लू से जुलाई तक 12,460 लोगों को प्रभावित किया था. पिछले साल इस बीमारी के चलते 265 लोगो ने अपनी जान गवांई थी. उड़ीसा में इस बीमारी से 3 लोगों की मौत हो चुकी है.
स्वाइन फ्लू से बचाव के तरीके
अगर स्वाइन फ्लू से घबराने की बजाय इस बीमारी के बचाव पर ध्यान दें, तो इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है. हवा में इस वायरस के विषाणु घुल कर लोगों को अपनी चपेट में लेते हैं.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू बीमारी के लक्षण सामान्य इन्फ्ल्युंजा की तरह है इसमें तेज बुखार, सुस्ती, सांस लेने में परेशानी, सीने में दर्द, रक्त चाप गिरना, खांसी के साथ खून या बलगम, नाखूनों का रंग नीला हो जाना आदि हो सकते है. यदि इस प्रकार के लक्षण मिलें तो स्वाइन फ्लू की जांच कराकर उपचार कराना चाहिये.
स्वाइन फ्लू के बचाव
इस खतरनाक बीमारी से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए और फ्लू के शुरुआती लक्षण दिखते ही तुरंत जांच और उपचार से इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है. छींक और खासी होने पर रूमाल का प्रयोग करें. कोशिश करें कि थोड़ी-थोड़ी देर में ही साबुन से अपने हाथ धोएं. अगर आपकों फ्लू हो जाएं तो ऑफिस, मार्किट, स्कूल जानें से बचें ताकि किसी और व्यक्ति को ये बीमारी न हो जाएं.