नई दिल्ली. किसी भीड़-भाड़ इलाके में अगर आपको टॉयलेट की तलाश है, तो घबराइए मत क्योंकि जल्द ही एक ऐसा एप आने वाला है जो आपको बताएगा कि टॉयलेट की कहां है? और यह भी कि टॉयलेट गंदी है या साफ-सुथरी?
नई दिल्ली. किसी भीड़-भाड़ इलाके में अगर आपको टॉयलेट की तलाश है, तो घबराइए मत क्योंकि जल्द ही एक ऐसा एप आने वाला है जो आपको बताएगा कि टॉयलेट की कहां है? और यह भी कि टॉयलेट गंदी है या साफ-सुथरी?
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक मोदी सरकार के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत शहरी विकास मंत्रालय ‘द स्वच्छ भारत टॉयलेट लॉकेटर’ एप लाने वाला है. इससे लोगों को टॉयलेट, उसकी सफाई और सुविधाओं के बारे में पता चलेगा. इसे पंजाब के मोगा में म्यूनिसिपल कमिश्नर विपुल उज्जवल और फरीदकोट में अतिरिक्त जिला आयुक्त उनकी पत्नी सोनाली गिरी व उनके दो दोस्तों ने डेवलप किया है. एप के तहत मंत्रालय 4 चार हजार से ज्यादा शहरों और स्थानीय निकायों को जोड़ेगा.
विपुल बताते हैं कि एक बार वह और उनकी पत्नी सोनाली दिल्ली के कनॉट प्लेस में टॉयलेट खोज रहे थे. इसी दौरान उन्हें ये आईडिया आया. फिर अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उन्होंने यह एप बनाई. एप बनाने के बाद पंजाब के 600 शहरों के टॉयलेट को इससे जोड़ा और इस पर निगरानी रखी. अब यही मॉडल पूरे भारत में लागू होगा.
क्या-क्या बताएगी एप?
यह एप आम लोगों को सार्वजनिक शौचालय को रेट करने का ऑप्शन देगी. इससे जिस शौचालय की रेटिंग खराब होगी उस शौचालय को संचालित करने वाली एजेंसी को इस बात की जानकारी दी जाएगी कि इस शौचालय को ठीक किया जाए. टॉयलेट इंडियन है या वेस्टर्न, वहां विकलांगों के लिए सुविधा है या नहीं, वह मुफ्त है या सुविधाओं के लिए पैसे देने होंगे, इसकी जानकारी भी देगी. सरकार ने इस एप के लिए अभी 4,041 नगर निकायों और शहरों से हर सार्वजनिक शौचालय की लिस्ट मांगी है.