नई दिल्ली. बारिश के दिनों में किसी भी जगह पर पानी जमना आम बात है. लेकिन इस मौसम में जिसका आपको खयाल रखना चाहिए, वह यह है कि पानी बिजली का सुचालक है यानी साइंस की भाषा में कंडक्टर (Conductor) है. इसके जरिए बिजली आसानी से आपके शरीर के संपर्क में आकर गहरे झटके दे सकता है. इससे आपकी मौत भी हो सकती है, इसलिए कुछ बातों का आपको ध्यान रखना चाहिए.
ऐसे रहिए अलर्ट :
- घर के बिजली तंत्र में गड़बड़ी होने व शॉर्ट सर्केट को टालने के लिए घर में ईएलसीबी स्विच जरूर लगवाएं ताकि बिजली आपूर्ति स्वयं ही बंद हो जाए.
- बिजली फीटिंग के साथ ही अर्थ वायर डाला जाना व समूचे तंत्र को घर के बाहर उपयुक्त अर्थ कर जोड़ना चाहिए और उसकी समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए.
- बारिश के मौसम में बिजली के खंबों से दूर रहें, ये जानलेवा हो सकता है.
- टूटे हुए बिजली के तार को हाथ न लगाएं और न ही किसी दूसरे व्यक्ति को ऐसा करनें दें तथा तत्काल नजदीक के बिजली कार्यालय को सूचित करें.
- पशुओं के तबेलों के आसपास बिजली आपूर्ति के लिए घरेलू वायरिंग पीवीसी पाइप में उचित तरीके से स्थापित की गई हो. यदि वो खुली हों तों तुरंत ही नजदीकी कार्यालय को सूचित करें.
- बिजली की लाइनों के नीचे कोई भी वाहन खड़ा करने से बचें.
- बिजली की लाइनों के नीचे या बिजली के खंभे के नजदीक किसी भी जानवर को बांधना एवं सामान का रखना वर्जित है.
- छत पर या आसपास से गुजरती हुई बिजली की लाइन से का़फी दूरी बनाएं रखनी चाहिए तथा छेडछाड़ की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
- बिजली के खंभे, वितरण बॉक्स, ट्रांसफार्मर, अर्थिग वायर आदि से छेड़छाड़ का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए.
- बिजली के खंभे या स्टे-वायर से डोरी बांधकर उस पर कपड़े सुखाने से परहेज करना चाहिए.
- हार्वेस्टर मशीन, जेसीबी मशीन, बोरवेल मशीन, भूसा गाड़ी, ट्रैक्टर, ट्रक, बसों की छत पर बैठे व्यक्ति ऊपर से गुजर रही 33/11 केवी लाइन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, इसके लिए सड़क से गुजरते समय विद्युत लाइनों के प्रति विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.