पार्टनर के साथ ये काम करने के लिए एक घंटे की छुट्टी देगी स्वीडन सरकार

आपने ऑफिस में काम करते हुए कई तरह का ब्रेक सुना होगा जैसे लंच ब्रेक, टी-ब्रेक लेकिन क्या आपने कभी 'सेक्स ब्रेक' सुना है. जी हां तो बहुत जल्द ऑफिस में काम करने के दौरान सेक्स ब्रेक मिलेगा ताकि आप अपनी पर्सनल लाइफ में रोमांस, प्यार बढ़ा सकें.

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पार्टनर के साथ ये काम करने के लिए एक घंटे की छुट्टी देगी स्वीडन सरकार

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  • February 24, 2017 2:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
स्टॉकहोम: आपने ऑफिस में काम करते हुए कई तरह का ब्रेक सुना होगा जैसे लंच ब्रेक, टी-ब्रेक लेकिन क्या आपने कभी ‘सेक्स ब्रेक’ सुना है. जी हां तो बहुत जल्द ऑफिस में काम करने के दौरान सेक्स ब्रेक मिलेगा ताकि आप अपनी पर्सनल लाइफ में रोमांस, प्यार बढ़ा सकें.
 
ऑफिस कल्चर में आजकल इतनी कम्पटीशन, भागम भाग, प्रेसर है जिसकी वजह से लोगों के अंदर टेंशन और फ्रस्टेशन रहती है. इसी प्रॉब्लम को कम करने के लिए एक खास ब्रेक देने की सरकार ने सोचा है. लेकिन आपको बता दें कि ये इंडिया के ऑफिस में नहीं बल्कि स्वीडन की सरकार एक बड़ा अनोखा प्रस्ताव लेकर आई है. आपको बता दें कि देश कोई भी लेकिन किसी देश की सरकार ने ऐसा कुछ खास किया है ये अपने आप में दुनिया के दूसरे देशों के लिए एक शानदार मैसेज है. 
 
स्वीडन की सरकार एक बड़ा अनोखा प्रस्ताव लेकर आई है. प्रस्ताव ये है कि अब कर्मचारियों को काम के बीच में एक घंटे छुट्टी दी जाएगी, ताकि वो अपने पार्टनर के साथ सेक्स कर सके. और तो और, उस एक घंटे के दौरान उनके पैसे भी नहीं कटेंगे. स्वीडन सरकार अपने कर्मचारियों  के हित के बारे में सोचने के लिए जानी जाती है.
 
कर्मचारियों को काम के दौरान आराम मिल सके इसके लिए हमेशा कुछ न कुछ नया करते रहती है. इस बार स्वीडन के ओवरटोर्निया शहर के स्थानीय काउंसलर पेर एरिक एक नया प्रस्ताव लेकर आए हैं. एरिक का कहना है कि मॉडर्न युग में व्यस्तता के कारण कपल एक-दूसरे को समय नहीं दे पाते हैं, जिसके कारण उनके रिश्ते खराब हो जाते हैं. एरिक को उम्मीद है कि अगर ये प्रस्ताव पास हो जायेगा तो कपल्स के रिश्ते बेहतर होंगे.
 
इससे पहले 2015 में स्वीडन के ही गोथेनबर्ग में नर्सों के लिए काम के घंटे 8 के बजाए 6 कर दिये गए थे. ये प्लान एक-दो साल तक चलने वाले पायलट स्कीम का हिस्सा है. स्वीडन सरकार कर्मचारियों से कम समय में अधिक काम कराने पर यकीन रखती है.
 
इनका मानना है कि इससे कर्मचारी अच्छा काम करेंगे, साथ ही अपना निजी जीवन भी अच्छे से बिता सकेंगे. सरकारी ऑफिसों में भी 2 हिस्से बनाए गए थे. जहां एक ग्रुप 6 घंटे काम करेगा और दूसरा 8 घंटे. एक साल बाद रिजल्ट देखा जाएगा कि किस टीम ने अच्छा काम किया और छुट्टी कम ली.
 
 दूसरे देश हमेशा स्वीडन की वर्क पॉलिसी से अपने यहां की पॉलिसी की तुलना करते हैं. वहीं आर्थिक विश्लेषक इसकी एक बड़ी वजह बताते हैं यहां के लोगों का पढ़ा-लिखा होना. स्वीडन के ज्यादातर काम करने वाले बहुत पढ़े-लिखे होते हैं, जिसकी वजह से ये नई तकनीक को तेजी से समझते हैं.
 
ये एक बेहद संवेदनशील मसला है. जिस पर स्वीडन की सरकार ने गंभीरता दिखाई है. सेक्स एक ऐसा विषय है जो कि निजी जीवन के लिए उतना ही जरूरी होता है, जितना की खाना और बाकी चीजें. ये हमारी इमोशनल हेल्थ भी बरकरार रखता है. बहुत सी स्टडीज में पाया गया है कि सेक्स लाइफ अच्छी नहीं होने से काम भी प्रभावित होता है.
 
इसके अलावा इंसान इमोशनली स्टेबल नहीं रहता है. अब तो ये आने वाला समय बताएगा की स्वीडन की इस पहल को दूसरे देश किस तरह से स्वागत करते हैं और कितनी जल्द दूसरे देश भी इस टाइप के ऑफिस कल्चर को अपनाते हैं.
 
 

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