कहीं जिंदगी भर का पछतावा न बन जाएं बचपन की ये गलतियां

बचपन एक ऐसा समय होता है, जिसमें हम सबसे ज्यादा खुश होते हैं. बेफिक्र और मस्तमौला बिना किसी फिक्र के बस जिंदगी का मजा उठाते हैं. लेकिन, यही वो उम्र होती है, जिसमें ​किसी के व्यक्तित्व का निर्माण होता है.

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कहीं जिंदगी भर का पछतावा न बन जाएं बचपन की ये गलतियां

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  • December 25, 2016 6:29 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : बचपन एक ऐसा समय होता है, जिसमें हम सबसे ज्यादा खुश होते हैं. बेफिक्र और मस्तमौला बिना किसी फिक्र के बस जिंदगी का मजा उठाते हैं. लेकिन, यही वो उम्र होती है, जिसमें ​किसी के व्यक्तित्व का निर्माण होता है. इस समय व्यक्ति सही और गलत की पहचान करना सीखता है. लेकिन, अगर रास्ता सही न हो तो पूरा जीवन पछताना पड़ सकता है. ऐसे में बचपन की मस्ती का आनंद उठाने के साथ कुछ बातों को लेकर सावधानी रखनी भी जरूरी है. 
 
पढ़ाई पर ध्यान देना
बचपन में पढ़ना-लिखना ज्यादा अच्छा नहीं लगता लेकिन खेल-कूद के साथ पढ़ाई भी बहुत जरूरी है. अगर समय के साथ पढ़ाई के प्रति गंभीर नही हुए, तो जिंदगी भर के लिए पिछड़ जाओगे. हमेशा शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा. 
 
 
स्मोकिंग की आदत
बच्चों का कच्ची मिट्टी सा मन ही अच्छे और खराब सांचे में ढल जाता है. ऐसे में बचपन में संगत का असर भी बहुत ज्यादा पड़ता है. बचपन की नादानियां जवानी की लत बन जाती हैं. ऐसे में बचपन में किसी भी तरह के नशे से बचें. यह उस वक्त भले ही अच्छा लगे लेकिन इससे पूरा जीवन बरबाद हो सकता है. 
 
सुंदरता के पीछे भागना
छोटी उम्र में बच्चे फिल्मों को देखकर बॉडी बनाने की कोशिश करते हैं. लड़कियां भी बड़ी लड़कियों जैसा दिखने की कोशिश करती हैं. वहीं, लड़के किसी हीरो की बॉडी बनाना चाहते हैं. लेकिन, यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि शारीरिक सुंदरता के साथ-साथ बु​द्धि का विकास भी महत्वपूर्ण है. अपनी जानकारी और ज्ञान बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दें. 
 
 
गलत संगत से बचें
कई बार बचपन में ऐसी संगत मिल जाती है, जिससे हमेशा के लिए दिक्कत हो जाती है. बचपन में ही अश्लील किताबें पढ़ने की लत या खुद से बढ़े दोस्तों के साथ अडल्ट बातें करने की आदत आपको सही रास्ते से भटका देते हैं. इसी तरह कई और बुरी आदतें भी पड़ सकती हैं. ऐसे में अपनी संगत पर खास ध्यान दें. 
 

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