नई दिल्ली: एक कहावत है कि घर में दो बरतन होते हैं तो आवाज तो होगी ही. इसी तरह अनबन हर रिश्ते में होती है. हर रिलेश्न में प्यार और झगड़ा, रूठना-मनाना चलता रहता है. इसी में कभी-कभी ये होता है कि कोई पार्टनर को इग्नोर करने लगता है. खींचतान इतनी बढ़ जाती है कि साथ रहना मुश्किल हो जाता है.
अगर आजकल आपका पार्टनर भी आपसे कटा-कटा रह रहा है, आपकी बातों पर ध्यान नहीं देता, अब बातें छुपाता है या अब आप दोनों के बीच बातें बहुत कम हो रही हैं तो ये आपके रिश्ते के लिए खतरे की घंटी है. ये समझ जाना चाहिए की अब समय आ गया है रिश्ते को रिवाइव करने का. आपको बताते हैं हम कुछ ऐसे टिप्स जिनसे आप अपने रिश्ते को फिर से संवार सकते हैं.
– कारण जानने की कोशिश करें
पार्टनर अगर इग्नोर कर रहा है या खींचा-खींचा रहने लगा है तो उसके पीछे कुछ तो कारण होगा. कोशिश करें की वो कारण पता चले. हालांकि इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रहें कि आप दोनों के बीच शक की दीवार ना खड़ी हो जाए. शक की खाई बनने से कड़वाहट और बढ़ेगी. पार्टनर पर भरोसा रखें और अपने व्यवहार में पार्टनर को भी दिखाएं. इससे आप दोनों के बीच के रिश्ते मजबूत होंगे.
– कोशिश करें कि बैठकर बात हो
बातचीत करने से हर सवाल का जवाब मिल जाता है. यकीन मानिए 90 फीसदी समस्याओं का हल बातचीत से निकाला जा सकता है. इसलिए अगर आप दोनों के बीच बातचीत कम हो गई है तो कोशिश करें कि आप कदम आगे बढ़ाएं और प्यार से बात करें. पार्टनर पर भरोसा दिखाएं और साथ में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताने की कोशिश करें. कोई भी रिश्ता आपसी भरोसे और प्यार पर ही टीका होता है. ये बात समझनी होगी कि आप दोनों के बीच कभी कम्यूनिकेशन गैप न आए. बातों-बातों में अपने साथी के लिए अपना प्यार जाहिर करें साथ ही उन्हें जताएं कि आपको उनकी फिक्र है.
– हर रिश्ते में स्पेस का अपना महत्व है
पति-पत्नी के रिश्ते में एक-दुसरे पर अधिकार का भाव होता है. यही नहीं एक दूसरे की हर छोटी-बड़ी बातों में दखल भी रहता है. लेकिन अगर आपको अपना रिश्ता हेल्दी बनाना है तो पार्टनर को स्पेस दें. अगर आपका साथी किसी से थोड़ी देर बात नहीं करना चाहता तो उसके पीछे ना पड़े और जबरदस्ती बात करने की कोशिश न करें. इससे वो खीझ सकता है और आपकी अच्छे इंटेन्शन से की गई बातचीत की पहल बहस में बदल सकती है. दिक्कत ये है कि उस वक्त बहस करने से स्थितियां और बिगड़ सकती हैं.
– तुरंत किसी नतीजे पर ना पहुंचें
हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं. इसमें संयम और सामन्जस्य की बहुत जरुरत होती है. हड़बड़ी में किसी नतीजे पर पहुंचने से बचें. थोड़ा सब्र रखें और परिस्थितियों को समझने की कोशिश करें.