नई दिल्ली: अक्सर कुछ लोगों में हकलाहट या फिर अटककर बोलने की परेशानी बचपन से ही होती है. हाल ही में हुए एक शोध में हकलाने की वजह का पता चल गया है. हकलाना कोई मानसिक समस्या नहीं है लेकिन इसका संबंध सीधे दिमाग से जुड़ा होता है.
अमेरिका में इस पर हुए शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि लोगों की ब्रेन सर्किट में बदलाव होने की वजह से ऐसा होता है क्योंकि बोलने ध्यान और भावनओं का कंट्रोल यहीं से होता है.
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में पहले प्रोटीन मैग्नेटिक रिस्पंस स्पेक्ट्रोस्कोपी का इस्तेमाल किया. जिसका उपयोग करके हकलाकर बोलने वाले लोगों पर अध्ययन किया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अटककर बोलने वालों को न्यूरोसाइकिट्रिक अवस्था कहा जाता है जो मस्तिष्क में उतपन्न होता है.
रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि हकलाने का संबंध सीधे ब्रेन सर्किट से है. इसमें जब बदलाव होता है तो मनुष्य में हकलाने की या रुक कर बोलने की समस्या उतपन्न हो जाती है. जिससे इंसान बोलते हुए रुकने लगता है.
हालांकि वैज्ञानिकों ने हकलाने की वजह तो बताई लेकिन इसके इलाज के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. हो सकता है आने वाले दिनों में इस गंभीर बीमारी का इलाज का भी पता लगाया जाए.