नई दिल्ली. नाइट शिफ्ट में काम करने के बाद दिन में अच्छी नींद नहीं लेने वाले पुरुषों को अब सावधान हो जाने की जरूरत है. वैज्ञानिकों ने एक नए शोध में यह दावा किया है कि कम या ज्यादा सोने से पुरुषों में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. रात में दस घंटे से अधिक सोने वाले लोगों को भी कैसर का खतरा अधिक है क्योंकि कम और ज्यादा सोना दोनों ही खतरनाक है.
चीन के हुआझोंग विज्ञान एवं तकनीक यूनिर्वसिटी के शोधकर्ताओं ने एक शोध में यह दावा किया है. शोधकर्ताओं के मुताबिक उन्होंने 27 हजार से अधिक रिटायर कर्मचारियों का साक्षात्कार कर आंकड़े जुटाए गए. आंकड़ों की समीक्षा करके इस परिणाम पर पहुंचा गया कि असंतुलित नींद से पुरुषों को कैंसर होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है.
शोध में नाइट शिफ्ट में काम करने, दिन में नहीं सोने के अलावा रात में दस घंटे से अधिक सोने के कारण कैंसर के खतरों पर अध्ययन किया गया. सोने की इन तीन आदतों और कैंसर होने के खतरों के बीच संबंध स्थापित करके इस शोध के परिणामों तक पहुंचा गया.
43 फीसदी तक बढ़ जाता है खतरा
शोध में पाया गया कि सोने की इन तीन आदतों में जिन पुरुषों में दो आदतें भी हैं उनमें कैंसर का खतरा 43 फीसदी तक बढ़ जाता है. वहीं यह खतरा नाइट शिफ्ट में काम करने वाले पुरुषों के लिए और भी बढ़ जाता है. नाइट शिफ्ट करने वाले पुरुष 27 फीसदी अधिक शिकार होते हैं.
दिन में आधे घंटे सोने वाले पुरुषों के मुकाबले दिन में नहीं सोने वाले लोगों को कैंसर को खतरा दोगुना रहता है. इसके अलावा दस घंटे से ज्यादा सोने वाले लोगों को भी कैंसर हो सकता है.
बता दें कि इस शोध में सोने की इन तीनों आदतों से महिलाओं को कैंसर होने का कोई प्रमाण नहीं मिला है.