नई दिल्ली. वो समय जा चुका है जब हम सोचते थे कि अभी हम यंग हैं और दिल से जुड़े रोगों से हमारा कोई नाता नहीं है. लेकिन मॉर्डन लाइफ स्टाइल की वजह से ये सिर्फ हमारी सोच रह गई है. लेकिन असलियत सुनेंगे तो कांप जाएंगे. हार्ट डिसऑर्डर बहुत तेजी से हमारे दिल पर हमला कर रहे हैं. युवाओं की एक बड़ी संख्या ह्रदय रोगियों में तब्दील होती जा रही है.
ह्रदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले कई सालों से युवाओं में ह्रदय से जुडी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं और ये युवाओं की बिजी और मॉर्डन लाइफ स्टाइल की वजह से है. रोज के जीवन में व्यायाम की कमी, स्मोकिंग और जंक फूड का दिवानापन युवाओं को इस कगार पर ले आया है कि ज्यादातर युवाओं में ब्लड प्रेशर और ह्दय रोगों के लक्षण दिखाई देने लगे हैं. ये आदतें कर रही हैं दिल को बीमार
स्मोकिंग
युवाओं में हार्ट डिसीज के लिए स्मोकिंग सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. स्मोकिंग की आदत युवाओं में बढ़ रही है. स्मोकिंग से दूर रहकर दिल को सेहतमंद बनाया जा सकता है.
जंक फूड
आज की यूथ जनरेशन जंक फूड के एडिक्ट हो गई है. ऑफिस हो, कोचिंग हो, या कॉलेज हो युवा हमेशा फास्टफूड का चुनाव करते हैं और जंक फूड में कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है.
अत्यधिक व्यस्तता
युवाओं में ह्रदय रोगों का सबसे बड़ा कारण यह है कि युवा सोशल मीडिया और अपनी लाइफ में इतना बिजी हो गए कि व्यायाम के लिए समय ही नहीं निकाल पाता है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि युवाओं को दिन के कुछ घंटे निकालकर व्यायाम करना चाहिए. मॉर्निंग वॉक इसमें सबसे बेहतर है.
डिप्रेशन
आज का यूथ सोशल मीडिया पर एक्टिव तो रहता है, लेकिन उसके अलावा फैमिली और दोस्तों से दूर हो गया है. ऐसे में डिप्रेशन युवाओं पर जल्दी हावी होने लगता है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि युवाओं को स्मार्टफोन और सोशल मीडियो से समय निकालकर फैमिली के साथ भी समय बिताना चाहिए. और मन की बातों को शेयर करना चाहिए, इससे दिल की सेहत बेहतर रहेगी.