नई दिल्ली. आजकल लाइफ में लोग सेक्स करने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं. इसमें वे किसी भी हद को पार कर जाते हैं. ऐसा ही एक तरीका इन दिनों बहुत वायरल हो रहा है जिसे ओरल सेक्स कहा जाता है. आपको बता दें कि इस तरीके के कई नुकसान सामने आए हैं. रिसर्च के मुताबिक अपने पार्टनर के साथ तो आप ओरल सेक्स आजमा लेते हैं लेकिन इससे दोनो में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
रिसर्च के मुताबिक किसी भी कपल के बीच ओरल सेक्स के दौरान थ्रोट और वरजाइनल कैंसर का खतरा, उनके मुंह में मौजूद पेपिलोमा वायरस या एचपीवी के कारण होता है. रिसर्च से यह बात सामने आया है कि ओरल सेक्स और रियल सेक्स बेमेल है. ओरल सेक्स से कैंसर होने का खतरा ज्यादा है.
कैसे होता है ओरल सेक्स?
रिसर्च से यह बात सामने आया है कि इस तरीके में पार्टनर अक्सर दूसरे पार्टनर की खुशी का ध्यान नहीं रखते. इससे कपल के बीच अच्छे खासे रिश्ते बिगड़ जाते हैं. नॉर्मल सेक्स के इतर अगर हम सेक्स के दौरान मुंह का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं ताकि पार्टनर में उत्तेजना जागे तो यह कपल की गलत धारणा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कई बार पार्टनर को लगता है कि वह ओरल सेक्स से पार्टनर को खुश कर पाएंगे या उन्हें खुद खुशी मिलेगी पर इसके रिजल्ट नेगेटिव हैं.
अगर एक से ज्यादा हो पार्टनर तो खतरा ज्यादा
वॉशिंगटन की रिसर्चर डॉ. मौयरा जिल्सिन के अनुसार जिस व्यक्ति के एक से ज्यादा पार्टनर होते हैं और वह उनके साथ ओरल सेक्स करते हैं तो उन्हें ओरल कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है. मल्टीपल पार्टनर की वजह से मुंह के द्वारा कैविटी या फैरिंक्स के माध्यम से पेपिलोमा वायरस ट्रांसफर हो जाता है. इससे थ्रोट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
वरजाइनल कैंसर का खतरा
ओरल सेक्स से वरजाइनल कैंसर होने का खतरा ज्यादा है. इसमें पेपिलोमा वायरस एक पार्टनर से दूसरे पार्टनर में फैलता है जो स्किन के लिए खतरनाक होता है. पूरी दुनिया में 10 में से एक महिला वरजाइनल कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की शिकार होती हैं