नई दिल्ली: लड़कियों में पीरियड्स आने की उम्र 10 से 15 साल के बीच होती है, लेकिन आजकल देखा जा रहा है कि बहुत कम उम्र की लड़कियों को पीरियड्स आने शुरू हो जाते हैं, जिनमें 6-9 साल की लड़कियां भी शामिल हैं. परंतु क्या आपने कभी सोचा है कि बच्चों को इतनी कम उम्र […]
नई दिल्ली: लड़कियों में पीरियड्स आने की उम्र 10 से 15 साल के बीच होती है, लेकिन आजकल देखा जा रहा है कि बहुत कम उम्र की लड़कियों को पीरियड्स आने शुरू हो जाते हैं, जिनमें 6-9 साल की लड़कियां भी शामिल हैं. परंतु क्या आपने कभी सोचा है कि बच्चों को इतनी कम उम्र में पीरियड्स क्यों आते हैं, इसके पीछे का कारण क्या है और क्या यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है? तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि बच्चों को 6 से 9 साल की उम्र में ही पीरियड्स क्यों आने लगते हैं और इसके क्या कारण हो सकते हैं.
प्यूबर्टी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लड़के और लड़कियों के शरीर में बदलाव होने लगते हैं, उनके प्राइवेट पार्ट विकसित होने लगते हैं. लड़कियों में प्यूबर्टी की आयु 8 से 13 साल तथा लड़कों में 9 से 14 साल में शुरू होती है. आजकल लड़कियों में समय से पहले प्यूबर्टी आने के मामले बढ़ रहे हैं, जिससे बच्चों में शारीरिक और भावनात्मक बदलाव आ रहे हैं. जिसके वजह से लड़कियां अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी दिखने लगती हैं और शरीर में बदलाव के कारण तनाव भी बढ़ने लगता है.
एक्सपर्ट ने बच्चियों में जल्दी प्यूबर्टी होने के पीछे का कारण बताया है. एक्सपर्ट के मुताबिक 18 साल पहले लड़कियों में शारीरिक बदलाव के पहले संकेत दिखने के 3 साल बाद पीरियड्स आते थे. परंतु अब लड़कियों में बदलाव के पहले संकेत के दिखने के तीन से चार महीने के अंदर ही पीरियड्स आने शुरू हो जाते हैं. इसके पीछे नाक और मुंह के जरिए शरीर में कीटनाशकों का प्रवेश, मोटापा, मोबाइल, टीवी का ज्यादा इस्तेमाल और जेनेटिक डिसऑर्डर हो सकता है.इतना ही नहीं, आजकल बच्चों की डाइट में प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक्स ज्यादा होते हैं. इनमें कुछ ऐसे केमिकल और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं जो हार्मोन्स को असंतुलित करते हैं.
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