नई दिल्ली:Health News महिलाओं को मेंस्ट्रूअल साइकिल यानी कि पीरियड्स के दौरान पेट में बहुत दर्द होता है, पेट में जकड़न और अकड़न महसूस होने लगती है. उसके बाद अंदर से कुछ खिंचाव होता है जिसे पीरियड क्रैंप भी कहा जाता है. वैसे तो यह शारीरिक और हार्मोनल चेंज के कारण होता है.
लेकिन अक्सर महिलाओं का सवाल होता है कि पीरियड के दौरान उन्हें जो दर्द महसूस होता है उसके पीछे का कारण क्या है? तो चलिए आज जानते हैं-
दरअसल माहवारी के दौरान शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन नाम के रसायन बढ़ जाते हैं, जो गर्भाशय की परत में बनते हैं और पीरियड के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियों को सिकुड़ कर दर्द को बढ़ा सकते हैं. जब आपके शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन का लेवल अधिक होता है, तो पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द होता है.
जब गर्भाशय की मांसपेशियों तक खून का प्रभाव कम हो जाता है .तो ऑक्सीजन की कमी हो सकती है और इसके कारण पीरियड्स के दौरान दर्द होता है.
पीरियड के दौरान गर्भाशय की परत में सूजन आ जाती है और यह सूजन दर्द और परेशानी का कारण बन सकती है.
एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति होती है जब गर्भाशय की परत के ऊतक गर्भाशय के बहार बढ़ते हैं, जिससे पीरियड्स के दौरान दर्द और ऐंठन जैसे लक्षण नजर आते हैं.
पीरियड के दौरान व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन नाम के हार्मोन का स्राव अधिक होने लगता है, जिससे दर्द कम महसूस होता है. इसलिए मासिक धर्म के दौरान हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर करें.
यदि व्यायाम करना संभव नहीं हो तो सामान्य गति से टहलने से भी राहत मिलती है क्योंकि ऐसा करने से पेल्विक मसल्स का तनाव दूर होता है. दर्द भी कम महसूस होता है.