नई दिल्ली: रक्तदान एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, लेकिन कुछ लोगों को इसके लिए अयोग्य माना जाता है। यहां उन लोगों की सूची है जिन्हें रक्तदान नहीं करना चाहिए, और इसके पीछे के कारण भी बताए गए हैं:
एचआईवी/एड्स: रक्त में एचआईवी वायरस हो सकता है, जो रक्त प्राप्त करने वाले को संक्रमित कर सकता है।
हेपेटाइटिस बी और सी: ये वायरस भी रक्त के माध्यम से फैल सकते हैं।
मलेरिया: मलेरिया संक्रमित रक्त देने से मलेरिया फैल सकता है।
नशीली दवाओं के उपयोगकर्ता: जिन लोगों ने नशीली दवाओं का इंजेक्शन लिया है, उनके रक्त में संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
अल्कोहल का अत्यधिक सेवन: शराब पीने के 24 घंटे के भीतर रक्तदान नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे रक्त में अल्कोहल का स्तर अधिक हो सकता है।
कैंसर के सक्रिय मरीज: जिनका कैंसर उपचार चल रहा हो या हाल ही में हुआ हो, वे रक्तदान नहीं कर सकते।
कैंसर से उबर चुके लोग: उन्हें रक्तदान करने से पहले एक निश्चित अवधि तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है, जो कि विभिन्न प्रकार के कैंसर के लिए अलग-अलग होती है।
हृदय रोग: जिन लोगों को हाल ही में दिल का दौरा पड़ा हो या हृदय की समस्याएं हों, उन्हें रक्तदान नहीं करना चाहिए।
एनीमिया: कम हीमोग्लोबिन स्तर वाले लोग, क्योंकि इससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
गंभीर अस्थमा: जिन लोगों का अस्थमा गंभीर हो और दवाइयों पर निर्भर हो।
गर्भावस्था: गर्भवती महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकतीं क्योंकि यह मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है।
स्तनपान: स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी एक निश्चित अवधि तक रक्तदान से बचना चाहिए।
बड़ी सर्जरी: जिन लोगों ने हाल ही में बड़ी सर्जरी करवाई हो, उन्हें रक्तदान नहीं करना चाहिए, क्योंकि उनका शरीर पहले से ही कमजोर होता है और रक्त की आवश्यकता होती है।
मलेरिया प्रभावित क्षेत्र से लौटे लोग: मलेरिया के संक्रमण के कारण कुछ समय तक रक्तदान नहीं कर सकते।
पश्चिमी नाइल वायरस: जिन लोगों ने हाल ही में ऐसे क्षेत्रों की यात्रा की हो जहां यह वायरस आम हो।
कुछ वैक्सीनेशन के बाद: कुछ टीकों के बाद कुछ समय तक रक्तदान नहीं किया जा सकता, क्योंकि इससे रक्त में कुछ तत्व हो सकते हैं जो दान प्राप्त करने वाले के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
संक्रमण का खतरा: टैटू या पियर्सिंग करवाने के बाद, संक्रमण का खतरा होता है, इसलिए कुछ महीनों तक रक्तदान नहीं करना चाहिए।
रक्तदान एक महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी भरा कार्य है, लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि रक्तदान करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ हो और उसके रक्त में कोई संक्रमण या बीमारी न हो। इस तरह से हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि रक्त प्राप्त करने वाला व्यक्ति सुरक्षित और स्वस्थ रहे।
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