नई दिल्ली: हृदय रोग आजकल एक गंभीर समस्या बन चुकी है, और बहुत से लोग इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। जहां बड़े और गंभीर दिल के दौरे (Heart Attack) का खतरा अधिक होता है, वहीं एक प्रकार का दिल का दौरा जिसे “माइल्ड हार्ट अटैक” (Mild Heart Attack) कहा जाता है, भी खतरनाक […]
नई दिल्ली: हृदय रोग आजकल एक गंभीर समस्या बन चुकी है, और बहुत से लोग इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। जहां बड़े और गंभीर दिल के दौरे (Heart Attack) का खतरा अधिक होता है, वहीं एक प्रकार का दिल का दौरा जिसे “माइल्ड हार्ट अटैक” (Mild Heart Attack) कहा जाता है, भी खतरनाक हो सकता है। यह किसी भी व्यक्ति के लिए जानलेवा हो सकता है अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए। इस लेख में, हम माइल्ड हार्ट अटैक के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे और इसके लक्षणों को पहचानने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
माइल्ड हार्ट अटैक, जिसे मेडिकल भाषा में “एनजाइना पेक्टोरिस” (Angina Pectoris) भी कहा जाता है, हृदय में रक्त प्रवाह की कमी के कारण होता है। जब हृदय की मांसपेशियों को ठीक से ऑक्सीजन नहीं मिलती है, तो हृदय की धड़कन असामान्य हो जाती है और दर्द महसूस होता है। माइल्ड हार्ट अटैक में, हृदय की धमनियों में ब्लॉकेज नहीं होती है, लेकिन रक्त प्रवाह बाधित होता है, जिससे हल्का दर्द और असुविधा होती है।
1. सीने में हल्का दर्द या दबाव: यह सबसे सामान्य लक्षण है। सीने के बीचों-बीच हल्का दर्द या दबाव महसूस होना माइल्ड हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। दर्द कई बार कुछ मिनटों तक रहता है और फिर ठीक हो जाता है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
2. हाथों या कंधों में दर्द: माइल्ड हार्ट अटैक के दौरान दर्द केवल सीने तक सीमित नहीं रहता। यह दर्द बाएं हाथ, कंधे, या दोनों हाथों में फैल सकता है। कभी-कभी यह दर्द पीठ या जबड़े तक भी पहुंच सकता है।
3. सांस लेने में कठिनाई: अगर आप बिना किसी स्पष्ट कारण के अचानक सांस लेने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं, तो यह माइल्ड हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है। यह लक्षण तब भी महसूस हो सकता है जब आप आराम कर रहे हों।
4. पसीना आना: माइल्ड हार्ट अटैक के दौरान अचानक पसीना आना भी एक सामान्य लक्षण है। यह बिना किसी शारीरिक मेहनत के अचानक से हो सकता है और इसके साथ चक्कर आने का अनुभव भी हो सकता है।
5. थकान और कमजोरी: अगर आप बिना किसी स्पष्ट कारण के बहुत थकान और कमजोरी महसूस कर रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें। यह लक्षण हृदय की कमजोर कार्यक्षमता का संकेत हो सकता है।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, अपने जीवनशैली में सुधार करें, जैसे कि संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें, धूम्रपान से बचें, और तनाव को कम करें। नियमित स्वास्थ्य जांच भी बहुत जरूरी है, ताकि किसी भी हृदय संबंधी समस्या का समय रहते पता लगाया जा सके।
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