एग फ्रीजिंग को ओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन के नाम से भी जाना जाता है.यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें महिला के एग को निकाला जाता है, जमाया जाता है और भविष्य में गर्भावस्था के लिए उपयोग के लिए एकत्र किया जाता है. इससे महिलाओं को गर्भधारण के लिए तैयार होने तक अपनी प्रजनन क्षमता बनाए रखने में मदद मिलती है.
नई दिल्ली: टीवी एक्ट्रेस टीना दत्ता एक बार फिर से सुर्खियों में है. टीना दत्ता ने बताया कि उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह सरोगेसी के जरिए मां बनें. बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के बाद अब उन्होंने एग फ्रीजिंग के बारे में बात की है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि 20 साल की लड़कियों को अपने अंडे फ्रीज करवा लेने चाहिए क्योंकि उस समय एग काफी फर्टाइल होते हैं और सही मात्रा में उपलब्ध होते हैं. 35 साल की उम्र तक सभी महिलाओं के लिए यह जरूरी है.ऐसे में आइए जानते हैं कि एज फ्रीजिंग क्या है और इसकी सही उम्र क्या है.
एग फ्रीजिंग को ओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन के नाम से भी जाना जाता है.यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें महिला के एग को निकाला जाता है, जमाया जाता है और भविष्य में गर्भावस्था के लिए उपयोग के लिए एकत्र किया जाता है. इससे महिलाओं को गर्भधारण के लिए तैयार होने तक अपनी प्रजनन क्षमता बनाए रखने में मदद मिलती है.
सबसे पहले महिला को फर्टिलिटी एक्सपर्ट से सलाह लेनी होती है. इसके बाद महिला को हॉर्मोनल ट्रीटमेंट दिया जाता है ताकि एग का उत्पादन बढ़ सके. फिर इन एग की जांच की जाती है. जब एग तैयार हो जाते हैं तो उन्हें शरीर से निकाल दिया जाता है. इसके बाद एग को फ्रीज करके स्टोर कर दिया जाता है.
सही उम्र क्या है
एक्सपर्ट्स के मुताबिक एग फ्रीज करने की सबसे अच्छी उम्र अक्सर 30 से 34 साल तक होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि एग की क्वॉलिटी और क्वॉन्टिटी आमतौर पर शुरुआती से लेकर 30 की एज तक ज्यादा होती है. इससे कंसीव करने की संभावना बढ़ सकती है. जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, खासतौर पर 35 साल के बाद, ये दर कम होने लगती है.
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