जीवन पर क्या असर डालती है वीडियो गेम्स, जानिए कैसा हो जाता है खेलने वाले लोगों का व्यक्तित्व

नई दिल्ली: आज की डिजिटल दुनिया में वीडियो गेम्स का आकर्षण बच्चों से लेकर वयस्कों तक हर उम्र के लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। समय के साथ, अधिक समय तक वीडियो गेम्स खेलने वाले लोगों का व्यक्तित्व और मानसिकता भी बदलती दिख रही है। इस विषय पर कई अध्ययनों ने महत्वपूर्ण जानकारी दी […]

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जीवन पर क्या असर डालती है वीडियो गेम्स, जानिए कैसा हो जाता है खेलने वाले लोगों का व्यक्तित्व

Shweta Rajput

  • September 15, 2024 12:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: आज की डिजिटल दुनिया में वीडियो गेम्स का आकर्षण बच्चों से लेकर वयस्कों तक हर उम्र के लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। समय के साथ, अधिक समय तक वीडियो गेम्स खेलने वाले लोगों का व्यक्तित्व और मानसिकता भी बदलती दिख रही है। इस विषय पर कई अध्ययनों ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है कि वीडियो गेम्स का एक व्यक्ति के मानसिक विकास, सामाजिक व्यवहार और भावनात्मक स्थिरता पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

वीडियो गेम्स और मानसिकता पर प्रभाव

1. ध्यान केंद्रित करने की क्षमता: कुछ शोध बताते हैं कि अधिक गेम्स खेलने से व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार हो सकता है। खासकर ‘एक्शन गेम्स’ खेलते समय खिलाड़ी को तेजी से निर्णय लेना होता है, जो उसकी संज्ञानात्मक क्षमता को बढ़ाता है।

2. समस्या समाधान की क्षमता: वीडियो गेम्स खेलते समय खिलाड़ियों को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इससे समस्या को हल करने की उनकी क्षमता विकसित होती है और वे जटिल समस्याओं का बेहतर समाधान ढूंढने में माहिर हो जाते हैं।

3. समय प्रबंधन: हालांकि वीडियो गेम्स समय के साथ खेल की लत बन सकते हैं, लेकिन जो खिलाड़ी इसे नियंत्रित कर पाते हैं, उनमें समय प्रबंधन की अच्छी आदतें विकसित होती हैं। उन्हें पता होता है कि कितने समय तक खेलना है और कब खेल बंद करना है।

नकारात्मक पहलू

1. सामाजिक अलगाव: अधिक गेम्स खेलने वाले लोग अक्सर वास्तविक जीवन में सामाजिक गतिविधियों से कटने लगते हैं। वे आभासी दुनिया में ही अधिक समय बिताते हैं, जिससे उनके रिश्ते और समाज में घुलने-मिलने की क्षमता कमजोर हो जाती है।

2. आक्रामकता: कई अध्ययन यह दर्शाते हैं कि हिंसात्मक या आक्रामक गेम्स खेलने से व्यक्तियों में आक्रामकता और चिड़चिड़ाहट की प्रवृत्ति बढ़ सकती है। खासकर छोटे बच्चों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है, जिनकी मानसिकता अभी विकासशील होती है।

3. स्वास्थ्य पर प्रभाव: घंटों तक बैठे रहकर गेम्स खेलना शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे मोटापा, आंखों की समस्या, और नींद की कमी जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

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