सर्दियों में हरा साग जैसे पालक, मेथी, सरसों, और बथुआ खाने का चलन बढ़ जाता है, क्योंकि यह पोषण और स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होते हैं। हालांकि, कुछ लोगों के लिए इनका सेवन नुकसानदेह हो सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को साग से परहेज या सावधानी बरतनी चाहिए:
नई दिल्ली: सर्दियों में हरा साग जैसे पालक, मेथी, सरसों, और बथुआ खाने का चलन बढ़ जाता है, क्योंकि यह पोषण और स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होते हैं। हालांकि, कुछ लोगों के लिए इनका सेवन नुकसानदेह हो सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को साग से परहेज या सावधानी बरतनी चाहिए:
हरे साग, खासकर पालक में ऑक्सलेट्स और प्यूरीन होते हैं, जो किडनी और पित्त की थैली में पथरी बनने का खतरा बढ़ा सकते हैं। किडनी के मरीजों को ऐसे साग से बचने की सलाह दी जाती है।
जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं, वे साग से बचें, क्योंकि यह गैस और एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
साग में मौजूद ऑक्सलेट्स जोड़ों में दर्द और गठिया की समस्या को बढ़ा सकते हैं। जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों को इसका सीमित सेवन करना चाहिए।
अगर किसी को साग से एलर्जी है या वह गर्भवती हैं, तो साग खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि इसमें फोलेट की मात्रा काफी अधिक होती है।
सर्दियों में हरा साग खाने को लेकर एक्सपर्ट ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति किडनी का मरीज है तो या फिर किसी को गैस से जुड़ी प्रॉब्लम रहती है उन्हें साग से दूरी बनानी चाहिए। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति एलर्जी से परेशान है, तो साग खाना उसकी परेशानी को और बढ़ा सकता है। इसमें फोलेट की मात्रा अधिक होती है, जिससे गर्भवती महिलाओं को नुकसान हो सकता है।
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