नई दिल्ली: अच्छी नींद के चक्कर में नींद बिगाड़ लेना भी एक तरह की बीमारी है. इस बीमारी को ऑर्थोसोमनिया कहते हैं. जिसमें लोग नींद को लेकर ओवर कॉन्शियस हो जाते हैं. लोगों को नींद पूरी करने का जुनून होता है. ये ऑर्थोसोमनिया दो शब्दों से लेकर मिलकर बना है. बता दें ऑर्थो का मतलब […]
नई दिल्ली: अच्छी नींद के चक्कर में नींद बिगाड़ लेना भी एक तरह की बीमारी है. इस बीमारी को ऑर्थोसोमनिया कहते हैं. जिसमें लोग नींद को लेकर ओवर कॉन्शियस हो जाते हैं. लोगों को नींद पूरी करने का जुनून होता है. ये ऑर्थोसोमनिया दो शब्दों से लेकर मिलकर बना है.
बता दें ऑर्थो का मतलब सीधा और सोमनिया का मतलब नींद होता है. ऑर्थोसोमनिया बीमारी के चपेट में ऐसे लोग आते है. जो फिटनेस ट्रैकर की मदद से अपनी नींद को ट्रैक करने की कोशिश करते है. चलिए जानते है ऑर्थोसोमनिया कितनी बड़ी समस्या है और इससे कैसे बच सकते हैं…
2020 में हुए एक रिसर्च में ये पाया गया कि नींद की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, लोग स्मार्टफोन और वर्क प्रेशर जैसे फैक्टर्स के वजह से नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे भी जो अपनी नींद को कंट्रोल करके उसे परफेक्ट बनाने में जुटे है. इसके लिए वह हद से ज्यादा कॉन्शियस हो जाते हैं. अच्छी नींद के लिए डाइट से लेकर हर चीज फॉलो कर सकते है. वहीं बेहतरीन नींद के लिए लोग नींद पैर्टन चेक करते हैं. जिसके लिए स्लीप ट्रैकिंग डिवाइस, स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर,माइक्रोफोन और एक्सेलेरोमीटर जैसे डिवाइस और स्लीप ऐप का भी सहारा लेते हैं.
नींद आने में समस्या
उठने के बाद भी नींद में रहना
हमेशा सोने का मन करना
रात को नींद नहीं आना
जरूरत से ज्यादा नींद आना
चिड़चिड़ापन और बेचैनी
सिरदर्द और एंग्जायटी होना
लाइफस्टाइल को बेहतर बनाएं
रात में सोने से दो घंटे पहले ही डिनर कर लें.
व्यायम करें, खुद को एक्टिव रखें.
शराब या कैफीन वाली चीजें न लें.
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