अगर की ये पांच गलतियां तो जल्द ही बर्बाद हो जाएगा आपका लीवर, हो जाएं सावधान

नई दिल्ली: लिवर हमारे शरीर का सबसे किमती वह जरूरी अंग है. लीवर खुद को नुकसान से बचा सकता है और रीजेनरेट कर सकता है. अगर इसका सही तरीके से ख्याल रखा जाए. हम कुछ भी खाते है. लिवर खाने की पौष्टिकता को छानकर शरीर के बाकी अंगों तक पहुंचाता है. इसके साथ ही गंदगी […]

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अगर की ये पांच गलतियां तो जल्द ही बर्बाद हो जाएगा आपका लीवर, हो जाएं सावधान

Shikha Pandey

  • November 11, 2024 4:12 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

नई दिल्ली: लिवर हमारे शरीर का सबसे किमती वह जरूरी अंग है. लीवर खुद को नुकसान से बचा सकता है और रीजेनरेट कर सकता है. अगर इसका सही तरीके से ख्याल रखा जाए. हम कुछ भी खाते है. लिवर खाने की पौष्टिकता को छानकर शरीर के बाकी अंगों तक पहुंचाता है. इसके साथ ही गंदगी को बाहर निकालता है. हालाँकि, हमारी कुछ गलतियाँ इस अंग को नुकसान पहुंचा सकती हैं. ऐसे में इन गलतियों से बचना चाहिए. तो आइए जानते हैं ऐसी 5 गलतियों के बारे में जो देखने में तो छोटी लगती हैं लेकिन लिवर पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं.

लिवर कैसे डैमेज होता है

एक्सपर्ट्स के मुताबिक लिवर खुद के नुकसान की भरपाई करने में सक्षम है परंतु हमारी खानपान और डेली रुटीन की कुछ आदतें उसे बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है. इन आदतों के वजह से लिवर बार-बार चोटिल होता है. वहीं लिवर में छोटे-छोटे घाव बनने लगते हैं, इसे लिवर सिरोसिस कहते हैं. इसे नजर अंदाज करना लिवर फेलियर या लिवर डैमेज (Liver Damage) का कारण बन सकता है.

लिवर डैमेज होने के शुरुआती संकेत

.त्वचा और आंखों का पीलापन यानी पीलिया
.पेट में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं बार-बार होना
.पेशाब का रंग गहरा पीला होना
.पेट भरा हुआ, फूला हुआ महसूस होना और खाने का मन नहीं होना
.हर समय थकान महसूस होना
.पैरों में सूजन, यूरिक एसिड का बढ़ना
.रूखी त्वचा और नीले निशान

लिवर डैमेज करने वाली 5 गलतियां

.बहुत अधिक शराब पीने से लीवर को गंभीर नुकसान हो सकता है. इसलिए इससे दूर रहना चाहिए.
.बिना सोचे-समझे दवा लेना भी खतरनाक है. इसका सीधा असर लीवर पर पड़ता है.
.सिगरेट, वेपिंग, खैनी हुक्का, या किसी तरह का तंबाकू सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे लिवर में सूजन और जख्म हो सकते हैं.
.रिफाइंड शुगर का अधिक सेवन या हाई शुगर वाला खाना लिवर को बर्बाद कर सकता है. जिसके वजह से लिवर में फैट जमा होने लगता है जो नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज का कारण है
.मोटापा या ज्यादा वजन भी लीवर की कार्यक्षमता को धीमा करने का काम करता है.

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