नई दिल्ली: जोड़ों में दर्द एक आम समस्या है, जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। विशेष रूप से उम्र बढ़ने के साथ, यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। अक्सर यह दर्द गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस, चोट, या शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी के कारण होता है। हालांकि, इस […]
नई दिल्ली: जोड़ों में दर्द एक आम समस्या है, जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। विशेष रूप से उम्र बढ़ने के साथ, यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। अक्सर यह दर्द गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस, चोट, या शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी के कारण होता है। हालांकि, इस दर्द से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी किए जा सकते हैं जो न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि प्रभावी भी हैं।
अदरक एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है, जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। आप अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं या इसे अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। अदरक में पाए जाने वाले जिंजरोल्स और शोगोल्स नामक तत्व दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन (Curcumin) एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट है। जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए, आप हल्दी को दूध में मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा, हल्दी पाउडर को सरसों के तेल में मिलाकर दर्द वाले हिस्से पर लगाने से भी आराम मिल सकता है।
एप्सम सॉल्ट (Epsom Salt) में मैग्नीशियम सल्फेट होता है, जो मांसपेशियों को आराम देने और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है। गुनगुने पानी में एप्सम सॉल्ट मिलाकर उसमें 15-20 मिनट तक स्नान करें। यह दर्द और सूजन को कम करने में प्रभावी हो सकता है।
लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाने में सहायक होते हैं। आप कच्चे लहसुन की कुछ कलियों का सेवन कर सकते हैं या इसे अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। लहसुन का नियमित सेवन गठिया के दर्द को भी कम कर सकता है।
गर्म और ठंडा सेक जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए एक प्रभावी उपाय है। अगर जोड़ों में सूजन है, तो ठंडा सेक लगाएं और अगर सूजन नहीं है, तो गर्म पानी की थैली का प्रयोग करें। यह उपाय मांसपेशियों को आराम देने और रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है।
मेथी के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचा सकते हैं। रातभर पानी में भिगोए हुए मेथी के बीज सुबह खाली पेट खाएं। आप मेथी पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
तुलसी के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। तुलसी की चाय बनाकर दिन में 2-3 बार पीने से लाभ मिल सकता है। इसके अलावा, तुलसी के पत्तों का रस निकालकर दर्द वाले हिस्से पर लगाने से भी आराम मिल सकता है।
हालांकि, दर्द के समय व्यायाम करना कठिन हो सकता है, लेकिन नियमित शारीरिक गतिविधि से जोड़ों में लचीलापन बना रहता है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। हल्की स्ट्रेचिंग, योग, या पैदल चलना जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, दही, पनीर, और सोया उत्पादों का सेवन करें। साथ ही, ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार, जैसे मछली, अखरोट, और अलसी के बीज, भी जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।
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