नई दिल्ली: दिवाली के त्योहार का लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं. ये त्योहार खुशियों का उत्सव और एक नई भावना लेकर आता है. अब त्योहार के बाद आम लोगों की चिंता बढ़ गई है. बता दें पटाखों का धुआं, गाड़ी से निकलने वाला धुआं, जनरेटर का धुआं और पराली जलाने से होने वाला […]
नई दिल्ली: दिवाली के त्योहार का लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं. ये त्योहार खुशियों का उत्सव और एक नई भावना लेकर आता है. अब त्योहार के बाद आम लोगों की चिंता बढ़ गई है. बता दें पटाखों का धुआं, गाड़ी से निकलने वाला धुआं, जनरेटर का धुआं और पराली जलाने से होने वाला धुआं एयर पॉल्यूशन बढ़ने का कारण होता है. जिसके वजह से आंखों को काफी नुकसान होता है. एयर पॉल्यूशन के कारण आंखों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. ये समस्या दिखने में मामूली होती हैं. मगर जब नजरअदांज किया जाए तो ये दिक्कते बढ़ा सकती है.
प्रदूषण और धूल के कण जैसे प्रदूषक तत्व आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं. जिसकी वजह से आंखों में रेडनेस, खुजली और जलन हो सकती है. ओनली माई हेल्थ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक दिवाली के दौरान प्रदूषण के कारण आंखों की समस्याओं का खतरा काफी बढ़ जाता है, खासकर महीन कणों की उच्च सांद्रता के वजह से.
ड्राई आई
आंखों में नमी की कमी और प्रदूषकों के संपर्क में आने के वजह से आप आंखो में सूखापन और असहज महसूस कर सकते है. जिसकी वजह से आंखो की रोशनी धुंधली हो जाती है. ड्राई आई का इलाज अगर आप समय रहते नहीं करते हैं तो ये एक खतरनाक रूप ले सकती है. पॉल्यूशन के वजह से ड्राई आई की समस्या हो सकती है.
आंखों में इंफेक्शन
पॉल्यूशन के छोटे-छोटे कण कंजंक्टिवाइटिस जैसे इंफेक्शन के खतरे को बढ़ा सकते है . इसे आमतौर पर गुलाबी आँख कहते है.
प्रदूषण जब ज्यादा होती है तो घर के अंदर रहें
पटाखों के धुएं से पॉल्यूशन काफी ज्यादा बढ़ जाता है. अगर आपको इसकी वजह से परेशानी हो रही है तो बाहरी गतिविधियों से बचें, ताकि खतरा कम से कम हो.
सेफ्टी आईवियर पहनें
गॉगल्स पॉल्यूशन से काफी हद तक बचाता है. गॉग्लस के वजह से छोटे-छोटे बाहरी कणों के आंखों तक पहुंचने की संभावना कम हो जाती है.
आंखों को पानी से धोएं
धुएं या धूल के संपर्क में आने के बाद आंखों में जाने वाले कण को जो जलन पैदा कर सकती है.साफ पानी से आंखों को धोने में मदद मिल सकती है.
आंखों को रगड़ने से बचें
अगर आपको अपनी आंखों में खुजली या जलन महसूस होती है. तो उन्हें रगड़ने की बजाय धीरे-धीरे रूमाल से थपथपाएं. रगड़ने से जलन और बढ़ सकती है और संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है.
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