नई दिल्ली: दिल्ली- एनसीआर की हवा खराब होने लगी है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में गिरावट है. सुबह के समय आसमान में धुंध छाई रहती है. सांस लेने में अब लोगों को परेशानी महसूस हो रही है. वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी में जहरीला झाग बन रहा है.
छठ पर्व के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु यमुना नदी के झाग वाले पानी में नहाते हैं. झाग वाला पानी उनके सेहत के लिए काफी खतरनाक है. इस पानी में नहाने से उन्हें कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. तो चलिए जानते है कि सफेद झाग वाले पानी में नहाना क्यों रिस्की माना जा रहा है.
जिस जगह से यमुना नदी गुजरती हैं. वहां पर फैक्ट्रियों की संख्या अधिक है. वहीं फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल वेस्ट बिना फिल्टर ही यमुना नदी में मिल जाता है. इसके अलावा शहर का गंदा पानी भी यमुना नदी में कई जगहों से मिलता है. जिसके वजह से ये पानी काला दिखाई देता है. इसमें झाग भी बनते हैं.
यमुना के पानी से अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी हो सकती हैं. वहीं स्किन में जलन, भयानक चकत्ते निकलना और खतरनाक तरीके की एलर्जी हो सकती है. यमुना नदी के पानी में जहरीले केमिकल्स पाए जाते हैं. इनसे लंबे समय तक संपर्क में रहने वालों की लिवर-किडनी को नुकसान पहुंच सकता है. इसके अलावा पुरानी बीमारियों का उभरने का खतरा भी रहता है.
ये भी पढ़े:New CJI: जस्टिस संजीव खन्ना बने देश के अगले चीफ जस्टिस, 11 नवंबर से संभालेंगे पद
कुछ दिनों पहले उद्धव ने अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से…
महाराष्ट्र के अमरावती में महानुभाव आश्रम के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए भागवत ने…
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्लेन एक घर की चिमनी से टकरा गया। इसके बाद वह…
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि मैं एलजी साहब का धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने…
रवींद्र जडेजा की प्रेस कॉन्फ्रेंस विवाद के कारण एक टी20 मैच रद्द किए जाने की…
कुवैत दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी को कुवैत का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ मुबारक…