अगर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं और चश्मा लगाने से बचना चाहते हैं या मोतियाबिंद और रतौंधी की प्रॉब्लम को कम करना चाहते हैं, तो आपको विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. गाजर, पालक, शकरकंद जैसी चीजों में आपको विटामिन A भरपूर मात्रा में मिलेगा.
नई दिल्ली: हमारे शरीर का सबसे नाजुक अंग आंख होती है. आंख की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए. नहीं तो आंखों में मोतियाबिंद, रतौंधी, आईसाइट कम होना जैसी कई दिक्कत हो सकती हैं. इन सबके लिए विटामिन से भरपूर चीजें खाने की सलाह दी जाती है. बता दें विटामिन ए आंखों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है, परंतु क्या आप जानते हैं कुछ विटामिन ऐसे भी होते है जिनसे आंखों को नुकसान पहुंचता है. वहीं अगर आप इन विटामिन का ज्यादा डोज हो जाए तो ये सीधे आंखों को प्रभावित करता है. तो चलिए जानते है कि कौन से विटामिन की ज्यादा डोज से आंखों पर बुरा प्रभाव डालती है.
विटामिन बी-3 या नियासिन का इस्तेमाल आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हाइपरलिपिडिमिया के इलाज के लिए किया जाता है. मगर हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक इन विटामिन की ज्यादा खुराक आपकी आंखों पर बुरा प्रभाव डालती है. दरअसल, नियासिन की ज्यादा डोज के वजह से मैक्युला में लिक्विड पदार्थ जमा हो जाता है, जिससे आंखो में धुंधली दृष्टि और अन्य लक्षण पैदा हो जाते हैं. इसलिए डॉक्टर का कहना है कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए 1 दिन में 3 से 6 ग्राम से अधिक नियासिन नहीं लेना चाहिए.
अगर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं और चश्मा लगाने से बचना चाहते हैं या मोतियाबिंद और रतौंधी की प्रॉब्लम को कम करना चाहते हैं, तो आपको विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए.
गाजर, पालक, शकरकंद जैसी चीजों में आपको विटामिन A भरपूर मात्रा में मिलेगा. लेकिन विटामिन ए की ज्यादा डोज लेने से भी आंखों और अन्य अंगों को नुकसान पहुंच सकता है. बता दें अगर आप विटामिन A की खुराक जरूरत से ज्यादा ले रहे हैं. तब यह टॉक्सिसिटी का कारण बन सकता है, इसलिए विटामिन ए का सेवन केवल अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए.