नॉन स्टिक में पका खाना खाने से फैल रहा है जानलेवा फ्लू, जानिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय

नई दिल्ली: नॉन-स्टिक बर्तन आजकल किचन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गए हैं, जो कम तेल में खाना बनाने और सफाई में आसानी के लिए पसंद किए जाते हैं। लेकिन इन बर्तनों का उपयोग करते समय स्वास्थ्य संबंधी कुछ चिंताएं भी उभर रही हैं, खासकर ‘टेफलॉन फ्लू’ के संदर्भ में। लेकिन क्या आप जानते है […]

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नॉन स्टिक में पका खाना खाने से फैल रहा है जानलेवा फ्लू, जानिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय

Shweta Rajput

  • July 24, 2024 2:23 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: नॉन-स्टिक बर्तन आजकल किचन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गए हैं, जो कम तेल में खाना बनाने और सफाई में आसानी के लिए पसंद किए जाते हैं। लेकिन इन बर्तनों का उपयोग करते समय स्वास्थ्य संबंधी कुछ चिंताएं भी उभर रही हैं, खासकर ‘टेफलॉन फ्लू’ के संदर्भ में। लेकिन क्या आप जानते है कि नॉन स्टिक बर्तन इस्तेमाल करने से एक खास तरह का फ्लू जिसे ‘टेफलॉन फ्लू’ का खतरा बढ़ा गया है। “पॉलिमर फ़्यूम फ़ीवर” के पिछले 20 सालों में यूएस पॉइज़न सेंटर्स ने 3600 से बी अधिक मामले दर्ज किए हैं। नॉन स्टिक पैन से होने वाली बीमारी के 267 मामले साल 2023 में देखने को मिले हैं। ये आंकड़ा साल 2000 के बाद काफी अधिक था.

क्या है टेफलॉन फ्लू?

टेफलॉन फ्लू जिसे पॉलिमर फ्यूम फीवर के नाम से भी जाना जाता है। गर्म टेफलॉन के निकलने वाले धुएं के जरिए अंदर लेने से होने वाली एक अस्थाई स्थिति है. यह अक्सर व्यावसायिक जोखिम या उच्च तापमान पर टेफलॉन से बनी कुक वेयर का उपयोग करने से जुड़ा होता है।

टेफलॉन फ्लू के कारण

टेफलॉन फ्लू, जिसे ‘पॉलिमर फ्यूम फीवर’ भी कहा जाता है, एक फ्लू जैसी स्थिति है जो तब उत्पन्न होती है जब पॉलिटेट्राफ्लूरोएथिलीन (PTFE), commonly known as Teflon, से बने नॉन-स्टिक बर्तनों को अधिक तापमान पर गर्म किया जाता है। इससे निकलने वाले विषाक्त धुएं में कई हानिकारक पदार्थ होते हैं, जिनमें वोलाटाइल ऑर्गेनिक कम्पाउंड्स और फ्लूरोटेलोमर अल्कोहल्स शामिल हैं। ये पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं, जिससे बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, और शरीर में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं

टेफलॉन फ्लू के लक्षण

टेफलॉन फ्लू शरीर में जो लक्षण सबसे पहले दिखाई देते हैं उनमें से सिरदर्द, बुखार, खासी, सीने में दर्द ये सभी लक्षण आम हैं। ये लक्षण किसी के संपर्क में आने के कुछ घंटो बाद दिखाई देते है और कुछ दिनों तक रहते है। हालंकि ये स्थिति आमतौर पर गंभीर नहीं होती है, लेकिन ये असहज और चिंता जनक हो सकती हैं।

टेफलॉन फ्लू से सुरक्षा के उपाय

1. सही तापमान पर इस्तेमाल करें: नॉन-स्टिक बर्तनों को अत्यधिक तापमान पर गर्म करने से बचें। यह सुनिश्चित करें कि बर्तन 260 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर न जाएं, क्योंकि इससे विषाक्त धुएं निकल सकते हैं।

2. वेंटिलेशन: खाना बनाते समय किचन को अच्छे से हवादार रखें, ताकि कोई धुआं एकत्रित न हो सके। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है यदि घर में पालतू पक्षी हैं, क्योंकि उनके लिए यह धुआं अत्यंत खतरनाक हो सकता है

3. उपयोग और रखरखाव: नॉन-स्टिक बर्तनों की सतह को खुरचने से बचने के लिए हमेशा नॉन-एब्रेसिव उपकरणों का उपयोग करें और उन्हें धीरे से साफ करें। बर्तन अगर खुरच गए हों या उनकी कोटिंग क्षतिग्रस्त हो गई हो तो उन्हें बदल दें

4. विकल्पों पर विचार करें: स्टेनलेस स्टील, कास्ट आयरन, और सिरेमिक कोटेड बर्तन सुरक्षित विकल्प हो सकते हैं, जो उच्च तापमान पर भी उपयोगी होते हैं और लंबे समय तक टिकते हैं

स्वास्थ्य और सुरक्षा के दृष्टिकोण से नॉन-स्टिक बर्तनों का उपयोग सावधानीपूर्वक करना आवश्यक है। उचित जानकारी और सही देखभाल से आप टेफलॉन फ्लू और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।

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