नई दिल्ली: बालों को साफ और ताजा रखने के लिए हममें से कई लोग रोज़ाना शैम्पू का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि रोज़ाना शैम्पू करने से बालों को नुकसान भी हो सकता है? आइए, जानते हैं कि रोज़ाना शैम्पू करने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं और इसे सही तरीके से […]
नई दिल्ली: बालों को साफ और ताजा रखने के लिए हममें से कई लोग रोज़ाना शैम्पू का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि रोज़ाना शैम्पू करने से बालों को नुकसान भी हो सकता है? आइए, जानते हैं कि रोज़ाना शैम्पू करने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं और इसे सही तरीके से कैसे रोका जा सकता है।
शैम्पू का मुख्य उद्देश्य बालों से धूल, मिट्टी और अतिरिक्त तेल को साफ करना होता है। लेकिन जब हम रोज़ाना शैम्पू करते हैं, तो यह बालों की प्राकृतिक नमी को भी हटा देता है। बालों की नमी हटने से बाल रूखे और बेजान हो सकते हैं। नमी की कमी से बाल टूटने लगते हैं और उनका चमक भी खो जाता है।
रोज़ाना शैम्पू करने से सिर्फ बाल ही नहीं, बल्कि हमारी स्कैल्प (सिर की त्वचा) भी प्रभावित होती है। शैम्पू में मौजूद केमिकल्स स्कैल्प की प्राकृतिक नमी को भी खत्म कर देते हैं, जिससे स्कैल्प सूखी और खुजलीदार हो जाती है। इससे रूसी (डैंड्रफ) की समस्या भी बढ़ सकती है।
बार-बार शैम्पू करने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। इसका कारण है कि शैम्पू के लगातार उपयोग से बालों के रोमकूप (फॉलिकल्स) कमजोर हो जाते हैं, जिससे बालों का गिरना बढ़ जाता है। कमजोर जड़ों के कारण बाल पतले और कमजोर दिखने लगते हैं।
अधिकतर शैम्पू में कई तरह के केमिकल्स होते हैं जो बालों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। रोज़ाना शैम्पू करने से ये केमिकल्स बालों और स्कैल्प पर अधिक समय तक रहते हैं, जिससे बालों को नुकसान पहुंच सकता है। इनमें सल्फेट्स और पैराबेन्स जैसे केमिकल्स होते हैं जो बालों को रुखा और कमजोर बना सकते हैं।
रोज़ाना शैम्पू करने से बालों की प्राकृतिक बनावट बदल सकती है। कुछ लोगों के बाल घुंघराले होते हैं, और शैम्पू के अत्यधिक उपयोग से उनकी घुंघराले बालों की प्राकृतिक लहरें खत्म हो सकती हैं। बालों की बनावट को सही रखने के लिए शैम्पू का सीमित और सही तरीके से उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
जो लोग बालों को रंगते हैं, उनके लिए रोज़ाना शैम्पू करना नुकसानदायक हो सकता है। शैम्पू के कारण बालों का रंग तेजी से फेड (हल्का) हो सकता है, जिससे बालों की चमक और रंग खो जाता है।
रोज़ाना शैम्पू करने के बजाय सप्ताह में 2-3 बार शैम्पू करना अधिक सुरक्षित और स्वस्थ हो सकता है। बालों को गुनगुने पानी से धोएं और माइल्ड शैम्पू का उपयोग करें जो सल्फेट्स और पैराबेन्स से मुक्त हो। इसके अलावा, शैम्पू के बाद कंडीशनर का उपयोग जरूर करें, ताकि बालों की नमी बनी रहे और वे स्वस्थ और चमकदार दिखें।
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