नई दिल्ली: टोमेटो केचअप बच्चो से लेकर बड़ों के बीच काफी लोकप्रिय है। चाहे पिज्ज़ा हो, बर्गर, या सादा समोसा—केचअप के बिना सब अधूरा सा लगता है। इसका खट्टा-मीठा स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आता है। परंतु, क्या आपने कभी सोचा है कि इस स्वादिष्ट चटनी का हमारी सेहत पर क्या […]
नई दिल्ली: टोमेटो केचअप बच्चो से लेकर बड़ों के बीच काफी लोकप्रिय है। चाहे पिज्ज़ा हो, बर्गर, या सादा समोसा—केचअप के बिना सब अधूरा सा लगता है। इसका खट्टा-मीठा स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आता है। परंतु, क्या आपने कभी सोचा है कि इस स्वादिष्ट चटनी का हमारी सेहत पर क्या असर हो सकता है?
1. शक्कर की मात्रा: अधिकांश ब्रांडेड केचअप में शक्कर की मात्रा काफी अधिक होती है। एक टेबलस्पून केचअप में लगभग 4 ग्राम शक्कर होती है। यह उन लोगों के लिए चिंता का विषय हो सकता है जो वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं या जिन्हें डायबिटीज की समस्या है। नियमित रूप से केचअप का सेवन करने से शरीर में अनावश्यक कैलोरी और शुगर का स्तर बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बनता है।
2. सोडियम की अधिकता: टोमेटो केचअप में सोडियम की भी अच्छी-खासी मात्रा होती है। एक टेबलस्पून टोमेटो केचअप में लगभग 190 मिलीग्राम सोडियम पाया जाता है। उच्च सोडियम के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ने और दिल की बीमारियों से जुड़ी कई समस्या हो सकती है।
3. प्रिजर्वेटिव्स और केमिकल्स: ब्रांडेड केचअप में कई प्रकार के प्रिजर्वेटिव्स और आर्टिफिशियल कलर एजेंट्स मिलाए जाते हैं ताकि इसका स्वाद और रंग लंबे समय तक बना रहे। हालांकि, ये तत्व प्राकृतिक नहीं होते और इनका सेवन लंबे समय तक करने से हमारी सेहत पर बुरा असर हो सकता है। खासकर बच्चों पर, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
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यह कहना गलत नहीं होगा कि टोमेटो केचअप में कुछ फायदे भी हैं। टमाटर में लाइकोपीन नामक एक तत्व पाया जाता है जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। लाइकोपीन कैंसर के जोखिम को कम करने और दिल की सेहत को सुधारने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि केचअप में मौजूद शक्कर और सोडियम की वजह से इसके फायदे सीमित हो सकते हैं।
अगर आप केचअप के शौकीन हैं, तो इसका एक स्वस्थ विकल्प होममेड केचअप हो सकता है। इसमें आप शक्कर और नमक की मात्रा को अपने अनुसार नियंत्रित कर सकते हैं। साथ ही, इसमें किसी प्रकार के प्रिजर्वेटिव्स का उपयोग नहीं किया जाता, जो इसे एक बेहतर विकल्प बनाता है।
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