नई दिल्ली: मिसल्स को खसरा कहते हैं. यह एक वायरल संक्रमण है. यह संक्रमण खासतौर पर बच्चों को प्रभावित करता है. वहीं ये बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. खसरा मीजल्स वायरस के कारण होती है और ये संक्रमण आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है. हाल […]
नई दिल्ली: मिसल्स को खसरा कहते हैं. यह एक वायरल संक्रमण है. यह संक्रमण खासतौर पर बच्चों को प्रभावित करता है. वहीं ये बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. खसरा मीजल्स वायरस के कारण होती है और ये संक्रमण आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है. हाल ही में WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक खसरे की बीमारी को भारत के लिए घातक बताया गया है.
बता दें इस रिपोर्ट में 57 देशों में खसरे के प्रकोप की बात की गई है. wHO के इस रिपोर्ट में भारत को दूसरा स्थान मिला है. इसके साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि खसरा संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण में लगातार कमी आई है. इस वजह से संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर संक्रमण की घटनाओं में 20% की वृद्धि हुई है. 2023 में खसरे के 10.3 मिलियन मामले सामने आए थे. वहीं, पिछले साल की तुलना में अनुमानित मौतों की संख्या में 8% की वृद्धि हुई है, और विश्व स्तर पर खसरे के कारण 107,500 मौतें हुई हैं.
खसरा एक वायरल संक्रामक बीमारी है, जो मीजल्स नाम के वायरस से फैलता है. ये ज्यादातर बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है. ये वायरस हवा के माध्यम से फैलता है और छींकने या खांसने से हवा में उड़ने वाले कणों में शामिल होकर शरीर के अदंर प्रवेश करता है.
खसरा के शुरुआती लक्ष्ण
बुखार होना.
सूखी खांसी होना
नाक बहना
आंखों में जलन और लालिमा महसूस होना.
शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना.
मुंह के अंदर सफेद दाग
बता दें खसरे का कोई विशेष इलाज नहीं है. क्योंकि यह एक वायरल संक्रमण है इसलिए इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है.
बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल जैसी दवाएं ली जा सकती हैं.
शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए ज्यादा मात्रा में पानी पिएं.
पौष्टिक भोजन का सेवन करें.
गंभीर मामलों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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