लखनऊ. देश में कोई भी राजनीतिक पार्टी वंशवाद को बढ़ावा देने से इनकार नहीं कर सकती है. ये आरोप कांग्रेस, सपा और बीएसपी पर तो लगते ही रहे हैं लेकिन इस बार बीजेपी भी इसमें पीछे नहीं है. कई हाईप्रोफाइल नेताओं के बेटे इस बार चुनावी मैदान मे हैं. इनमें से कई तो बचपन से […]
लखनऊ. देश में कोई भी राजनीतिक पार्टी वंशवाद को बढ़ावा देने से इनकार नहीं कर सकती है. ये आरोप कांग्रेस, सपा और बीएसपी पर तो लगते ही रहे हैं लेकिन इस बार बीजेपी भी इसमें पीछे नहीं है.
कई हाईप्रोफाइल नेताओं के बेटे इस बार चुनावी मैदान मे हैं. इनमें से कई तो बचपन से ही विदेश चले गए थे और दुनिया भर की टॉप युनिवर्सिटी से डिग्री लेकर आए हैं.
राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह
गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह वैसे तो कई सालों से बीजेपी मे सक्रिय हैं. हर बार उनका टिकट ‘वंशवाद’ के चलते कट जाता था लेकिन इस बार उनको नोएडा से प्रत्याशी बनाया गया है.
सांसद हुकुमदेव सिंह की बेटी मृगांका
बीजेपी सांसद हुकुमदेव सिंह की बेटी मृगांका इस बार कैराना विधानसभा सीट से मैदान में हैं. हुकुमदेव इस सीट से 7 बार विधायक चुने गए हैं. उनके सांसद बन जाने के बाद से अब उनकी बेटी मृगांका विरासत संभालने के लिए आई हैं. हुकुमदेव की चार बेटियां जो अमेरिका में बस गई हैं वह भी चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने के लिए आ रही हैं.
कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह को इस बार बीजेपी ने अतरौली विधानसभा सीट से टिकट दिया है. संदीप ने इंग्लैंड के लीड्स विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. संदीप के दादा कल्याण सिंह से अतरौली सीट से 8 बार चुनाव जीत चुके हैं.
ब्रह्मदत्त द्विवेदी के बेटे सुनील
बीजेपी ने इस बार फर्रुखाबाद सीट से बीजेपी के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी के बेटे मेजर सुनील को टिकट दिया है. कानपुर विश्वविद्यालय से बीएसएसी करने के बाद सुनील ने मुंबई से लॉ की डिग्री हासिल की. उसके बाद सेना मेजर रैंक के पद से रिटायर हुए.
बीजेपी सांसद ब्रजभूषण सिंह के बेटे प्रतीक
बीजेपी सांसद ब्रजभूषण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण को गोंडा से टिकट दिया गया है. आस्ट्रेलिया की डियाकिन यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के बाद प्रतीक अब राजनीति में हाथ अजमाने आए हैं. गौरतलब है कि ब्रजभूषण सिंह को बाहुबली नेता के तौर पर यूपी में जाना जाता है.
बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह
रायबरेली के बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह को इस बार कांग्रेस ने सदर सीट से टिकट दिया है. अदिति ने अमेरिका की ड्यूकन विश्वविद्यालय से मास्टर्स की डिग्री ली है. अखिलेश सिंह के ऊपर कई संगीन आरोप हैं और उनके दुश्मन भी कई हैं. जिसकी वजह से उन्होंने अपनी बेटियों को हमेशा जिले से दूर ही रखा. अखिलेश के रहते कांग्रेस कभी सदर का चुनाव जीतने में नाकाम रही है.
आजम खान के बेटे भी मैदान में
सपा के कद्दावर नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला को सपा ने रामपुर की स्वार सीट से टिकट दिया है. वहीं आजम खुद भी रामपुर से 9 वीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. आजम खान की पत्नी डॉ. तरजीन फातिमा भी राज्यसभा सांसद हैं.
बाहुबली मुख्तार के बेटे अब्बास को बसपा से टिकट
मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बसपा ने घोसी सीट से मैदान में उतारा है. अब्बास अंसारी इंटरनेशन स्तर के शूटर हैं. मुख्तार अंसारी खुद भी मऊ सदर से चुनावी मैदान में हैं.
मुलायम की बहू और भतीजो को टिकट
मुलायम की बहु अपर्ण यादव, भतीजे अनुराग यादव को भी टिकट दिया गया है. अपर्णा लखनऊ कैंट से तो अनुराग को सरोजनीनगर से मैदान में हैं.
स्वामी प्रसाद के बेटे उत्कर्ष को बीजेपी से टिकट
स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कर्ष को बीजेपी ने ऊंचाहार विधानसभा सीट से टिकट दिया है. इसके अलावा लालजी टंडन के बेटे, प्रेमलता कटियार की बेटी, ओमप्रकाश सिंह की बेटे अनुराग सिंह की बेटे भी बीजेपी की ओर से चुनावी मैदान में हैं.