नई दिल्ली. समाजवादी पार्टी में छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई बेहद दिलचस्प मुकाम पर आकर खड़ी हो गई है. मुलायम सिंह की सियासी विरासत का दावा करने वाले चाचा-भतीजे के बीच नहले पे दहला जैसी बाजी चल रही है लेकिन माहौल भतीजे अखिलेश यादव के हक में दिखाई दे रहा है.
शिवपाल यादव ने आज शक्ति प्रदर्शन के तौर पर आज पार्टी दफ्तर में युवा सम्मेलन बुलाया गया था और आज ही सीएम अखिलेश यादव ने भी बैठक बुला ली. मकसद था कल की रथयात्रा को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करना. इस चाल का असर ये हुआ कि अखिलेश के घर पर नेताओं-कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई और शिवपाल के सम्मेलन में गिनती के नेता-कार्यकर्ता ही पहुंचे. नतीजतन शिवपाल दस मिनट में सम्मेलन खत्म करके निकल गए.
वैसे भी कल अखिलेश ने अपनी रथयात्रा का शानदार आगाज करके चाचा को चुनौती दे दी थी. इसमें वो सब नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए, जिन्हें हाल फिलहाल में शिवपाल ने पार्टी से निकाल बाहर किया था और आज चाचा के युवा सम्मेलन की हवा निकालकर अखिलेश ने एक बार फिर नहले पे दहला जड़ दिया.
कल पार्टी का रजत जयंती कार्यक्रम है और जवाबी हमले के तौर पर शिवपाल यादव ने लखनऊ के डीएम और एसएसपी को खत लिखकर कहा है कि कल के कार्यक्रम में पार्टी से बर्खास्त नेताओं को घुसने ना दिया जाए.