किस्सा कुर्सी का: बांदा में किसानों की खुदकुशी है बड़ी समस्या, नहीं मिलती मदद

देश की राष्ट्रीय राजनीति को हिलाने वाले यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. चुनाव से पहले इंडिया न्यूज की टीम जनता के मूड को जानने की कोशिश कर रही है.

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किस्सा कुर्सी का: बांदा में किसानों की खुदकुशी है बड़ी समस्या, नहीं मिलती मदद

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  • July 28, 2016 3:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
बांदा. देश की राष्ट्रीय राजनीति को हिलाने वाले यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. चुनाव से पहले इंडिया न्यूज की टीम जनता के मूड को जानने की कोशिश कर रही है.
 
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इस बार इंडिया न्यूज की टीम तिंदवारी बांदा विधानसभा क्षेत्र में पहुंची. इस दौरान विधायक दलजीत सिंह और बीजेपी नेता इंद्रपाल सिंह पटेल वहां मौजूद रहे. लोगों  ने बड़ी ही बेबाकी से अपनी समस्याओं को सुनाया. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या किसानों की खुदकुशी है. वहीं लोगों ने नेताओं पर आरोप लगाया कि किसानों ने मदद न मिलने के कारण सुसाइड की है लेकिन सरकार ने उन्हें शराबी घोषित कर दिया है.
 
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लोगों ने यह भी बताया कि क्षेत्र में न तो बिजली है, न मेडिकल कॉलेज है और न ही बंद पड़ीं फैक्ट्रियों को चालू किया जा रहा है. क्षेत्र की जनता के मुताबिक लोकसभा और जिला अलग-अलग होने के कारण भी तिंदवारी को फंड नहीं मिल पाता है. साथ ही सड़क निर्माण के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. बता दें तिंदवारी हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में और बांदा जिले के अंतर्गत आता है.

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