नई दिल्ली: दुनियाभर में शादियों के अलग-अलग तरीके देखने को मिलते हैं, लेकिन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में स्थित कलाश जनजाति में शादी की परंपराएं बेहद खास और अनोखी हैं। इस जनजाति की सबसे विशेष बात यह है कि यहां की लड़कियां अपनी पसंद के लड़के से शादी करने का निर्णय खुद लेती हैं। इस […]
नई दिल्ली: दुनियाभर में शादियों के अलग-अलग तरीके देखने को मिलते हैं, लेकिन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में स्थित कलाश जनजाति में शादी की परंपराएं बेहद खास और अनोखी हैं। इस जनजाति की सबसे विशेष बात यह है कि यहां की लड़कियां अपनी पसंद के लड़के से शादी करने का निर्णय खुद लेती हैं। इस परंपरा के तहत लड़कियां अपनी मर्जी से शादी कर सकती हैं, जिससे उन्हें जीवनसाथी चुनने की पूरी स्वतंत्रता मिलती है।
कलाश जनजाति पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित है। यह जनजाति अपनी संस्कृति और अनोखी परंपराओं के लिए जानी जाती है। कलाश की लड़कियां अपने जीवनसाथी के चुनाव में पूर्ण स्वतंत्रता रखती हैं। जब किसी लड़की को कोई लड़का पसंद आ जाता है, तो वह बिना किसी झिझक के अपनी भावनाओं का इज़हार कर सकती है। इस जनजाति में पारंपरिक विवाह रस्मों की तुलना में व्यक्तिगत पसंद और प्रेम को अधिक महत्व दिया जाता है।
शादी की प्रक्रिया में लड़कियों की इच्छाओं का पूरा सम्मान किया जाता है। यदि लड़की किसी लड़के को पसंद करती है, तो वह बिना किसी सामाजिक बंधन के उससे शादी कर सकती है। यहां शादी की रस्में पारंपरिक समाजों की तुलना में बेहद सरल होती हैं और इस दौरान में लड़की की भावनाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
कलाश जनजाति के मर्दों की कुछ खास विशेषताएं होती हैं, जिनके आधार पर लड़कियां अपने साथी का चयन करती हैं। यह चयन केवल भौतिक गुणों पर आधारित नहीं होता, बल्कि मर्दों की नैतिकता, समझदारी और सामाजिक व्यवहार को भी इसमें अहमियत दी जाती है। आमतौर पर लड़कियां उन मर्दों को प्राथमिकता देती हैं जो सहानुभूति, समझदारी और सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं।
कलाश जनजाति की यह परंपरा उनके समाज को अगल बनाती है, जहां लड़कियों को अपने जीवन के अहम फैसले खुद लेने का अधिकार है। यह समाज आधुनिकता से दूर रहते हुए भी अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए है।
ये भी पढ़ें: Video: जब Zomato के CEO खुद फूड डिलीवरी करने पहुंचे, तो सबके उड़े होश