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हर कोई अपनाना चाहेगा इस देश की परंपरा, लड़कियां चुनती है अपनी पसंद का मर्द

नई दिल्ली: दुनियाभर में शादियों के अलग-अलग तरीके देखने को मिलते हैं, लेकिन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में स्थित कलाश जनजाति में शादी की परंपराएं बेहद खास और अनोखी हैं। इस जनजाति की सबसे विशेष बात यह है कि यहां की लड़कियां अपनी पसंद के लड़के से शादी करने का निर्णय खुद लेती हैं। इस […]

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हर कोई अपनाना चाहेगा इस देश की परंपरा, लड़कियां चुनती है अपनी पसंद का मर्द
  • October 7, 2024 8:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: दुनियाभर में शादियों के अलग-अलग तरीके देखने को मिलते हैं, लेकिन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में स्थित कलाश जनजाति में शादी की परंपराएं बेहद खास और अनोखी हैं। इस जनजाति की सबसे विशेष बात यह है कि यहां की लड़कियां अपनी पसंद के लड़के से शादी करने का निर्णय खुद लेती हैं। इस परंपरा के तहत लड़कियां अपनी मर्जी से शादी कर सकती हैं, जिससे उन्हें जीवनसाथी चुनने की पूरी स्वतंत्रता मिलती है।

कैसी है ये परंपरा?

कलाश जनजाति पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित है। यह जनजाति अपनी संस्कृति और अनोखी परंपराओं के लिए जानी जाती है। कलाश की लड़कियां अपने जीवनसाथी के चुनाव में पूर्ण स्वतंत्रता रखती हैं। जब किसी लड़की को कोई लड़का पसंद आ जाता है, तो वह बिना किसी झिझक के अपनी भावनाओं का इज़हार कर सकती है। इस जनजाति में पारंपरिक विवाह रस्मों की तुलना में व्यक्तिगत पसंद और प्रेम को अधिक महत्व दिया जाता है।

Pakistan trible kalash women

शादी की प्रक्रिया में लड़कियों की इच्छाओं का पूरा सम्मान किया जाता है। यदि लड़की किसी लड़के को पसंद करती है, तो वह बिना किसी सामाजिक बंधन के उससे शादी कर सकती है। यहां शादी की रस्में पारंपरिक समाजों की तुलना में बेहद सरल होती हैं और इस दौरान में लड़की की भावनाओं को प्राथमिकता दी जाती है।

किन चीज़ों को लड़कियां देती है अहमियत

कलाश जनजाति के मर्दों की कुछ खास विशेषताएं होती हैं, जिनके आधार पर लड़कियां अपने साथी का चयन करती हैं। यह चयन केवल भौतिक गुणों पर आधारित नहीं होता, बल्कि मर्दों की नैतिकता, समझदारी और सामाजिक व्यवहार को भी इसमें अहमियत दी जाती है। आमतौर पर लड़कियां उन मर्दों को प्राथमिकता देती हैं जो सहानुभूति, समझदारी और सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं।

कलाश जनजाति की यह परंपरा उनके समाज को अगल बनाती है, जहां लड़कियों को अपने जीवन के अहम फैसले खुद लेने का अधिकार है। यह समाज आधुनिकता से दूर रहते हुए भी अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए है।

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