नई दिल्ली। हर किसी ने अपने जीवन में कभी न कभी ये एक्सपीरियंस तो जरुर किया होगा कि वो अपने दोस्तों के साथ रेस्टोरेंट (Women In Restaurant) में खाना खाने गए हों और खाने के बाद सब ने बिल आपस में बांट लिया हो। ऐसे में भले ही किसी दोस्त ने केवल पानी ही क्यों […]
नई दिल्ली। हर किसी ने अपने जीवन में कभी न कभी ये एक्सपीरियंस तो जरुर किया होगा कि वो अपने दोस्तों के साथ रेस्टोरेंट (Women In Restaurant) में खाना खाने गए हों और खाने के बाद सब ने बिल आपस में बांट लिया हो। ऐसे में भले ही किसी दोस्त ने केवल पानी ही क्यों न पिया हो लेकिन पैसे में सबकी हिस्सेदारी बराबर ही होती है। लेकिन कई बार अलग-अलग बिल मांगने में अजीब भी लगता है। हालांकि ये एक अच्छी आदत है।
कुछ ऐसी ही कहानी देखने को मिली है एक महिला के साथ। महिला ने बताया कि कैसे वो आर्थिक तंगी से गुज़र रही थी लेकिन अपने दोस्तों के साथ डिनर पर जाने के लिए मजबूर हुई। जहां पहले तो ये तय नहीं हुआ था कि बिल कैसे बांटा जाएगा। लेकिन आखिर में उस महिला को मात्र 2000 रुपये का खाना खाने के बाद 12,000 रुपये देने पड़ गया।
दरअसल, ये घटना टिकटॉक पर खूब वायरल हो रही है, जिसे अब तक लाखों लोग देख चुके हैं। इस वीडियो में एक सिंगल मदर ने अपनी परेशानी साझा की है। महिला(Women In Restaurant) ने बताया कि वो अपने दोस्त के जन्मदिन पर एक ब्राजीलियन स्टीकहाउस में गई थी। लेकिन उनके पास ज़्यादा पैसे नहीं होने की वजह से वह दोस्त के खाने का खर्चा खुद ही उठाने वाली थीं। यहां तक कि उन्होंने रेस्टोरेंट के “एक लो, एक फ्री” वाले कूपन का भी इंतजाम कर लिया था, ताकि खर्चा कम हो।
इसके बाद जैसे ही रेस्टोरेंट(Women In Restaurant) में खाना-पीना शुरू हुआ, एक छोटी सी दिक्कत आ गई। महिला ने बताया कि उन्होंने लगभग 4000 रुपये का मीट ऑर्डर किया था, पर वो उतना अच्छा नहीं था। उन्होंने इसकी शिकायत वेटर से की। इसके बाद वेटर ने उन्हें ये भरोसा दिलाया कि इस डिश का पैसा बिल से हटा दिया जाएगा। इस पर महिला ने सोचा कि उनके खाने का बिल ज्यादा से ज्यादा 2000 रुपये आया होगा। क्योंकि उन्होंने सिर्फ पानी ही पिया था। लेकिन जब बिल आया, तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
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महिला ने बताया कि उनके खाने का बिल लाया गया तो वो 12,000 रुपये था। जिसके लिए उन्हें न सिर्फ अपने खाने, बल्कि उन दोस्तों के खाने का भी पैसा चुकाना था जो बिना पैसे दिए ही चले गए थे। उनके पास ज्यादा पैसा न होने के बावजूद, उन्होंने मजबूर होकर 4,000 रुपये देने का फैसला किया। उनके बैंक खाते में 4,000 रुपये थे और हाथ में मात्र 800 रुपये नकद, जिसमें से उन्हें टिप भी देना था। आखिर में उन्हें चेक लिख कर देना पड़ा।