नई दिल्ली: कई बार इंसान की जिंदगी में कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जिसके कारण वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठते हैं. आपने ऐसे लोगों को अक्सर सड़कों पर देखा होगा. ये भीख मांगकर या डस्टबिन से खाना जमाकर अपनी जिंदगी काटते हैं. आम लोग इन्हें देखते तो हैं, लेकिन सहानुभूति जताने के अलावा […]
नई दिल्ली: कई बार इंसान की जिंदगी में कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जिसके कारण वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठते हैं. आपने ऐसे लोगों को अक्सर सड़कों पर देखा होगा. ये भीख मांगकर या डस्टबिन से खाना जमाकर अपनी जिंदगी काटते हैं. आम लोग इन्हें देखते तो हैं, लेकिन सहानुभूति जताने के अलावा कुछ नहीं करते. वहीं छत्तीसगढ़ के तिल्दा के रहने वाले लोग पिछले 7 सालों से ऐसी ही एक महिला को देख रहे थे.
ये महिला तिल्दा की सड़कों पर पिछले सात सालों से यूं ही घूमती थी. उसके बदन पर कपड़े नहीं थे. जब कोई उसे कपड़े पहनाने की कोशिश करता तो वो उसपर आक्रामक करती थी. वहीं किसी के द्वारा दिए गए खाने को मिट्टी में मिलाकर खाती थी. हाल ही में इस महिला के बारे में एक एनजीओ को जानकारी मिली तो उन्होंने काफी प्रयास के बाद इस महिला का कायाकल्प कर दिया.
ये महिला पिछले 7 सालों से सड़क पर रह रही थी. मानसिक संतुलन खोने की वजह से वो बिना कपड़ों के ही सड़कों पर घूमती थी. उसे कपड़े पहनाने की कोशिश की जाती तो वो आक्रामक करने लगती थी. इस स्थिति में किसी ने इस बात की जानकारी एक एनजीओ को दी. वहीं एनजीओ के सदस्य इस महिला को अपने साथ जबरदस्ती ले जाते नजर आए. सबसे पहले उन्होंने महिला को एक तौलिया लपेटा गया. उसके बाद एनजीओ के सदस्य ने महिला को गाड़ी में बिठाकर ले गए.
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महिला को ले जाने के बाद एनजीओ के सदस्य ने उसे नहलाया और उसके बालों को शेव कर दिया, ये महिला खुद को डूमरपाली गांव का बता रही है. अपनी बदली काया देखने के बाद महिला ने एनजीओ वालो को शुक्रिया किया. जिसका वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है.
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